
रायपुर की दोंदेखुर्द हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में अवैध पेड़ कटाई के खिलाफ लोगों ने अनोखा तरीका अपनाया। शनिवार को 50 से अधिक कॉलोनीवासियों ने कैंडल मार्च निकालकर कटे हुए पेड़ों को श्रद्धांजलि दी और पर्यावरण बचाने का संदेश दिया।
200 से अधिक पेड़ों की कटाई, नव-निर्वाचित सरपंच पर गंभीर आरोप

स्थानीय लोगों का आरोप है कि नव-निर्वाचित सरपंच ने निजी लाभ के लिए पेड़ों की कटाई करवाई। कॉलोनी में बीते कुछ दिनों में 200 से ज्यादा पेड़ों को काट दिया गया, जिससे न केवल प्राकृतिक संतुलन बिगड़ा है बल्कि भूजल स्तर पर भी असर पड़ा है।
स्वयंसेवी संस्था ने कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन, वन विभाग ने झाड़ा पल्ला
‘सृष्टि सेवा संकल्प’ नामक संस्था ने रायपुर कलेक्टर को पत्र लिखकर कार्यवाही की मांग की है। संस्था की संस्थापक नीमा गुप्ता ने बताया कि उन्होंने पहले वन विभाग को सूचना दी, लेकिन इसे राजस्व विभाग का मामला बताकर टाल दिया गया।
व्यापारिक मंशा से की गई कटाई? लकड़ियों को ट्रकों से किया गया शिफ्ट
स्थानीय निवासियों का दावा है कि सरपंच का लकड़ी का व्यवसाय है और पेड़ों की कटाई के बाद तुरंत ट्रकों से लकड़ियां शिफ्ट कर दी गईं। इससे यह संदेह गहराता है कि कटाई व्यवसायिक उद्देश्य से की गई थी।
स्थानीयों की मांग – दोषियों की जांच हो और लगे पेड़ काटने पर रोक
कॉलोनीवासियों ने प्रशासन से मांग की है कि इस मामले की गंभीर जांच कराई जाए और पेड़ काटने की प्रक्रिया पर तत्काल रोक लगाई जाए, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से पर्यावरण को नुकसान न हो।
