जयपुर- राजस्थान में राइजिंग राजस्थान समिट से पहले जयपुर में इसे लेकर तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं, शहर की सड़कों से लेकर दीवारों को चमकाया जा रहा है. हर इलाके में साफ-सफाई पर तेजी से काम चल रहा है, क्योंकि इसमें दुनियाभर के इंवेस्टर जयपुर आएंगे. ऐसे में शहर की सुंदरता के लिए नगर निगम दिन-रात काम कर रहा है.

60 से अधिक भिखारियों का रेस्क्यू

राइजिंग राजस्थान समिट से पहले सड़कों पर रहने वाले भिखारियों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए अनोखा अभियान चलाया जा रहा है. इसके तहत अबतक जयपुर नगर निगम ने 60 से अधिक भिखारियों का रेस्क्यू कर उन्हें पुनर्वास केंद्र में रखा है. राइजिंग राजस्थान के तहत ही जयपुर शहर को भिखारियों से मुक्त अभियान चलाया गया है. शहर की सड़कों और चौराहों पर भिखारी नहीं दिखाई दें, साथ ही उनके अच्छे जीवन के लिए उन्हें पुनर्वास केंद्र में  रहने और भोजन की व्यवस्था सहित अन्य सुविधाओं की व्यवस्था की जा रही है.

भीख मांगने से मिलेगी मुक्ति, दी जा रही ट्रेनिंग 

सड़कों पर भीख मांगने वाले भिखारियों के जीवन में खुशियां आ सके इसलिए इस अभियान की शुरुआत की गई है. इस अभियान का मुख्य उद्देश्य भिखारियों को भीख मांगने से मुक्त करना है. इसके लिए उन्हें आत्मनिर्भर बनाने की ट्रेनिंग भी दी जाएगी, सड़कों और गलियों से रेस्क्यू किए गए भिखारियों को पुनर्वास केंद्र में उनकी काबिलियत और हुनर के हिसाब से उन्हें ट्रेनिंग दी जाएगी,

ताकि वह अपना कुछ काम-काज शुरू कर सकें, साथ ही सर्दियों के सीजन में कड़ाके की ठंड में भिखारियों के पास सोने के लिए जगह भी नहीं होती जिसमें कई लोगों की ठंड से ही जान चली जाती हैं, शहर में इस प्रकार की घटनाएं न हो इसलिए नगर निगम द्वारा इस अभियान की शुरुआत की गई है.

सामाजिक संस्थाएं भी करेंगी मदत

जयपुर नगर के अधिकारियों के अनुसार भिखारियों के इस रेस्क्यू अभियान में अब तक जयपुर से 60 से अधिक भिखारियों का रेस्क्यू किया गया है. लगातार इस पर काम चल रहा है, नगर निगम द्वारा सामाजिक संस्थाओं के सहयोग से इन सभी लोगों के लिए भोजन और रहने की व्यवस्थाओं के लिए आम लोग भी मदद कर सकते हैंताकि जयपुर शहर को भीख मांगने वालों से मुक्त शहर बनाया जा सके.

Share on

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *