
सरगुजा में इंसानियत शर्मसार
सरगुजा। छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले के सीतापुर थाना क्षेत्र से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां नेत्रहीन नाबालिग (14) से उसके दो ममेरे भाइयों ने 5 महीने तक लगातार दुष्कर्म किया। दोनों आरोपी तमिलनाडु भाग गए थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें वहां से गिरफ्तार कर लिया है।
ऐसे हुआ मामले का खुलासा
नाबालिग अपने माता-पिता के साथ रहती थी, लेकिन पढ़ाई छूटने के बाद उसे मामा के घर छोड़ दिया गया था। करीब एक साल से वहीं रह रही थी।

-
कुछ महीने पहले लड़की को लगातार पेट दर्द होने लगा।
-
परिजनों ने पहले बीमारी को टोना-टोटका समझकर झाड़-फूंक कराया।
-
बाद में जब पेट बढ़ने लगा तो मेडिकल जांच में उसके प्रेग्नेंट होने का खुलासा हुआ।
पूछताछ में नाबालिग ने आवाज के आधार पर बताया कि उसके ममेरे भाइयों ने कई बार रेप किया।
पुलिस ने ऐसे दबोचा आरोपियों को
सीतापुर थाना प्रभारी गौरव पांडेय ने बताया कि घटना की शिकायत मिलने पर पुलिस ने तुरंत मामला दर्ज किया।
-
आरोपियों के खिलाफ पॉक्सो एक्ट की धारा 5(2)ए, 5(क), 6(5) और बीएनएस की धारा 70(2) के तहत अपराध दर्ज हुआ।
-
करीब ढाई महीने तक आरोपी फरार रहे और तमिलनाडु की एक बोरवेल कंपनी में काम कर रहे थे।
-
पुलिस टीम ने दबिश देकर दोनों को हिरासत में लिया और सीतापुर लाकर कोर्ट में पेश किया।
नाबालिग आरोपी को बाल सुधार गृह और बालिग आरोपी को सेंट्रल जेल भेजा गया है।
पीड़िता की हालत गंभीर
14 वर्षीय पीड़िता करीब 7 महीने की प्रेग्नेंट है और उसकी तबीयत बिगड़ गई है। उसे मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है, जहां उसका इलाज जारी है।
इस जघन्य अपराध से उठे सवाल
यह मामला समाज और परिवार दोनों पर गंभीर सवाल खड़ा करता है। एक नेत्रहीन बच्ची को सुरक्षा देने के बजाय, उसी के नजदीकी रिश्तेदारों ने उसकी मासूमियत को रौंद डाला।
