
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में दिन-ब-दिन बढ़ते अपराध और यातायात अव्यवस्था को देखते हुए सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को पत्र लिखकर पुलिस विभाग में त्वरित भर्ती की मांग की है। उन्होंने राजधानी के लिए अतिरिक्त पुलिस बल स्वीकृत करने की जरूरत भी जताई है।
जनसंख्या 30 लाख के पार, पुलिस बल में 796 पद खाली

बृजमोहन अग्रवाल ने पत्र में उल्लेख किया कि रायपुर जिले की जनसंख्या 30 लाख से अधिक हो चुकी है, जबकि पुलिस विभाग में स्वीकृत 3805 पदों में से 796 पद रिक्त हैं। केवल आरक्षक श्रेणी में ही 731 पद खाली हैं। यह स्थिति न केवल कानून व्यवस्था को प्रभावित कर रही है, बल्कि जनता की सुरक्षा और सुविधा पर भी प्रश्नचिह्न लगा रही है।
18 लाख वाहन, केवल 416 ट्रैफिक पुलिसकर्मी – गंभीर संकट
उन्होंने यह भी बताया कि रायपुर में पंजीकृत वाहनों की संख्या 18 लाख पहुंच चुकी है, लेकिन ट्रैफिक संभालने वाले कर्मियों की संख्या केवल 416 है। जबकि BPR&D मानकों के अनुसार राजधानी में कम से कम 2388 ट्रैफिक पुलिस होने चाहिए। सांसद ने इस आधार पर 1972 नए ट्रैफिक पदों की स्वीकृति की मांग की है।
साइबर क्राइम और संगठित अपराध में इजाफा, सुरक्षा पर खतरा
पत्र में उन्होंने यह भी चिंता जताई कि साइबर क्राइम और संगठित अपराध के नए-नए तरीके सामने आ रहे हैं, और वर्तमान पुलिस बल इस दबाव को संभालने में अक्षम होता जा रहा है। ऐसे में तत्काल भर्ती और बल की बढ़ोतरी अब अत्यंत आवश्यक हो चुकी है।
पूर्व में भी उठा चुके हैं मुद्दा, अब चाहते हैं त्वरित कार्रवाई
बृजमोहन अग्रवाल ने यह भी उल्लेख किया कि उन्होंने इससे पहले भी इस विषय पर सरकार का ध्यान आकर्षित किया था। अब उन्होंने मुख्यमंत्री से इस मामले में शीघ्र और ठोस कदम उठाने का आग्रह किया है।
