
मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर। अमृतधारा जलप्रपात में एक दर्दनाक हादसा हो गया, जहां पिकनिक मनाने गए SECL (हसदेव क्षेत्र) के दो वरिष्ठ अधिकारी पानी में डूबकर मौत के शिकार हो गए। हादसे के वक्त तीन अधिकारी जलप्रपात के गहरे पानी में चले गए थे, जिनमें से केवल एक को ही बचाया जा सका।
पिकनिक के दौरान हुआ हादसा

SECL हसदेव क्षेत्र के अंडरग्राउंड माइन्स में पदस्थ आठ अधिकारी-कर्मचारी रविवार को पिकनिक मनाने अमृतधारा वॉटरफॉल पहुंचे थे। शाम करीब 4 बजे सभी नहाने के लिए पानी में उतरे। इसी दौरान तीन अधिकारी गहराई में फंस गए और डूबने लगे। शोर सुनकर आसपास के युवक मदद को दौड़े।
एक को बचाया, दो की नहीं बच सकी जान
स्थानीय युवकों ने एक अधिकारी को बाहर निकालने में सफलता पाई, लेकिन दो अन्य अधिकारियों की मौके पर ही डूबने से मौत हो गई। दोनों के शवों को काफी मशक्कत के बाद पानी से बाहर निकाला गया।
मृतकों की पहचान
मृत अधिकारियों की पहचान:
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पृथ्वीराज शेट्टी, उम्र 36 वर्ष, निवासी तेलंगाना
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शुभम मनहर, उम्र 32 वर्ष, निवासी शहडोल, मध्यप्रदेश
दोनों हल्दीबाड़ी कोल माइंस में अंडर मैनेजर के पद पर पदस्थ थे। पोड़ी थाना क्षेत्र के नागपुर चौकी में मामला दर्ज किया गया है।
प्रतिबंधित क्षेत्र में नहाना बना हादसे की वजह
अमृतधारा जलप्रपात को प्रशासन द्वारा “डेंजर ज़ोन” घोषित किया गया है। यहां स्पष्ट रूप से “यहां नहाना मना है” जैसे बोर्ड लगाए गए हैं। इसके बावजूद कई लोग सुरक्षा नियमों की अनदेखी करते हैं, जिसका नतीजा अक्सर जानलेवा हादसों के रूप में सामने आता है।
पुलिस जांच में जुटी, शव पोस्टमार्टम के लिए भेजे गए
पुलिस ने दोनों शवों को मनेंद्रगढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और परिजनों को सूचना दे दी गई है। हादसे की जांच जारी है।
