
ईडी की छापेमारी के बाद चैतन्य की गिरफ्तारी, संयोग से था जन्मदिन
रायपुर/भिलाई– छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तारी कथित शराब घोटाले और मनी लॉन्ड्रिंग केस से जुड़ी है। ईडी ने दुर्ग जिले के भिलाई स्थित उनके आवास पर छापेमारी कर उन्हें हिरासत में लिया। खास बात यह रही कि आज चैतन्य का जन्मदिन भी था।
पिता-पुत्र के साझा आवास पर ईडी का एक्शन
ईडी की टीम ने भूपेश बघेल के भिलाई स्थित आवास पर धावा बोला, जहां चैतन्य मौजूद थे। भारी पुलिस बल की मौजूदगी में हुई कार्रवाई के दौरान कांग्रेस समर्थकों ने नारेबाजी की और ईडी की गाड़ियों को रोकने की कोशिश की। पुलिस ने मशक्कत के बाद रास्ता बनाया और चैतन्य को हिरासत में ले जाया गया।

भूपेश बघेल का तंज: ‘साहेब ने ईडी भेज दी है’
पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने ‘X’ (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए केंद्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा,
“आज विधानसभा का मॉनसून सत्र का अंतिम दिन है। तमनार में अदाणी के लिए काटे जा रहे पेड़ों का मुद्दा उठाना था, लेकिन ‘साहेब’ ने ईडी भेज दी है।”
बघेल ने हाल ही में रायगढ़ जिले के तमनार का दौरा किया था, जहां उन्होंने अदाणी की कोयला खदान परियोजना के विरोध में ग्रामीणों का समर्थन किया था।
ईडी का दावा: 2100 करोड़ रुपये का घोटाला
ईडी के अनुसार, यह कथित शराब घोटाला वर्ष 2019 से 2022 के बीच हुआ, जब राज्य में भूपेश बघेल की कांग्रेस सरकार थी।
ईडी का दावा है कि इसमें शामिल गिरोह ने राज्य को भारी वित्तीय नुकसान पहुंचाया और लगभग ₹2100 करोड़ रुपये की अवैध कमाई की गई।
अब तक इस मामले में ईडी:
-
अनवर ढेबर (रायपुर महापौर के भाई),
-
पूर्व मंत्री कवासी लखमा,
-
पूर्व आईएएस अनिल टुटेजा,
-
और अन्य अधिकारियों को गिरफ्तार कर चुकी है।
SC से झटका, लेकिन नए सिरे से दर्ज हुई FIR
हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने पहले ईडी की FIR को खारिज कर दिया था, जो आयकर विभाग की शिकायत पर आधारित थी। इसके बाद ईडी ने EOW/ACB के माध्यम से नई FIR दर्ज करवाई, जिसमें 70 व्यक्तियों और कंपनियों के नाम शामिल हैं। इसमें पूर्व मुख्य सचिव विवेक ढांड सहित कई बड़े नाम हैं।
