रायपुर/बिलासपुर। छत्तीसगढ़ में ACB और EOW ने बड़ी कार्रवाई की है। जांच एजेंसियों ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए 6 हजार करोड़ रुपए के शराब घोटाला मामले में आबकारी विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों के रायपुर, बिलासपुर स्थित ठिकानों पर छापेमारी की है। हाल ही में ACB ने इस मामले में FIR भी दर्ज की थी। आबकारी गड़बड़ी में ACB-EOW ने भाटिया डिस्टलरी, वेलकम डिस्टलरी, रिटायर्ड IAS अनिल टुटेजा, पूर्व मुख्य सचिव विवेक ढांढ, IAS निरंजन दास और कारोबारी अनवर ढेबर के 12 से ज्यादा ठिकानों पर दबिश दी है। छापे की कार्रवाई पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा है कि यह विभाग का काम है, जांच की प्रक्रिया चलती रहती है।
रविवार सुबह 5 बजे से कार्रवाई
ACB-EOW ने बिलासपुर के सरगांव स्थित भाटिया डिस्टलरी और कोटा स्थित वेलकम डिस्टलरी में आज सुबह 5 बजे दबिश दी। इधर, दुर्ग के कुम्हारी दुर्ग स्थित केडिया डिस्टलरी, रायपुर में अनवर ढेबर, पूर्व मुख्य सचिव विवेक ढांड समेत रिटायर्ड IAS अनिल टुटेजा के ठिकानों पर जांच जारी है। इन सभी के नाम ED की चार्ज शीट में भी हैं। EOW ने 2 दिन पहले ही कानूनी जानकारी के साथ FIR की गहन समीक्षा की थी
100 लोगों के खिलाफ नामजद FIR दर्ज हुई थी
शराब और कोयला घोटाला मामले में ED ने दो पूर्व मंत्रियों, विधायकों समेत 100 लोगों के खिलाफ नामजद FIR दर्ज कराई थी। इनमें कांग्रेस सरकार में आबकारी मंत्री रहे कवासी लखमा, खाद्य मंत्री रहे अमरजीत भगत, पूर्व विधायक यूडी मिंज, गुलाब कमरो, शिशुपाल का नाम शामिल है। इनके अलावा 2 निलंबित IAS, रिटायर्ड IAS अफसर और कांग्रेस कोषाध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल समेत अन्य के नेताओं के नाम भी हैं। ये एफआईआई ACB में 17 जनवरी को कराई गई है।