
इस्लामाबाद/संयुक्त राष्ट्र। आर्थिक संकट से जूझता पाकिस्तान, जहां जनता महंगाई से परेशान है और रोटी के लिए लंबी-लंबी कतारें लगती हैं, अब फलस्तीन के समर्थन में आगे आया है। संयुक्त राष्ट्र के उच्च-स्तरीय सम्मेलन में पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार ने फलस्तीन को UN की पूर्ण सदस्यता देने की मांग करते हुए इजरायल पर युद्ध अपराधों के आरोप लगाए।
पाकिस्तान ने फलस्तीन को दी विकास में मदद की पेशकश
इशाक डार ने कहा कि पाकिस्तान केवल राजनीतिक समर्थन तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि फलस्तीन को तकनीकी और प्रशासनिक मदद देने को तैयार है। उन्होंने कहा, “हम स्वास्थ्य, शिक्षा, प्रशासन और सेवा वितरण जैसे क्षेत्रों में सहयोग देने को तैयार हैं।”

गाजा पर बोले डार: बन चुका है कानून का कब्रिस्तान
डार ने अपने भाषण में गाजा पट्टी की गंभीर स्थिति का जिक्र करते हुए कहा कि वहां शरणार्थी शिविरों, अस्पतालों और सहायता काफिलों पर हमले हो रहे हैं।
उन्होंने कहा, “गाजा अब अंतरराष्ट्रीय कानून और मानवता का कब्रिस्तान बन गया है। 58,000 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है जिनमें अधिकतर महिलाएं और बच्चे हैं।”
संयुक्त राष्ट्र में दी भावनात्मक अपील
डार ने कहा, “इंसाफ में देरी, नाइंसाफी के बराबर है। अब वक्त है फलस्तीन को उम्मीद, आजादी और मान्यता देने का।”
उन्होंने जोर देकर कहा कि संयुक्त राष्ट्र में फलस्तीन की पूर्ण सदस्यता ही स्थायी शांति की गारंटी बन सकती है।
