
दुर्ग। छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए भिलाई से अवैध रूप से रह रही बांग्लादेशी महिला को गिरफ्तार किया है। महिला ने फर्जी आधार कार्ड बनवाकर खुद को “अंजली सिंह उर्फ काकोली घोष” बताया था, लेकिन असल में वह पन्ना बीबी नाम की बांग्लादेशी नागरिक निकली।
कैसे खुला मामला? इलाज के लिए आधार दिखाया और हो गई पकड़

पन्ना बीबी ने भिलाई के एक सरकारी अस्पताल में इलाज के लिए अपना फर्जी आधार कार्ड दिया था। दस्तावेजों की जांच के दौरान पुलिस को संदेह हुआ, जिसके बाद जांच तेज की गई और मामला सामने आया।
महिला 2 साल से सूरज साव नामक व्यक्ति के मकान में किराए पर रह रही थी, जिसकी जानकारी पुलिस वेरिफिकेशन न कराने पर उसे भी गिरफ्तार कर लिया गया।
महिला के खिलाफ गंभीर धाराओं में मामला दर्ज
दुर्ग के SSP विजय अग्रवाल ने बताया कि महिला पर भारतीय न्याय संहिता 2023, विदेशी नागरिक अधिनियम 1946, और भारतीय पासपोर्ट अधिनियम 1920 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
साथ ही, फर्जी दस्तावेज बनवाने, सीमा पार करने और भारत में अवैध रूप से रहने के जुर्म में आगे की जांच जारी है।
8 साल पहले अवैध रूप से भारत में दाखिल हुई थी पन्ना बीबी
पूछताछ में महिला ने बताया कि वह 8 साल पहले उत्तर प्रदेश के बनगांव पेट्रापोल बॉर्डर के जरिए अवैध रूप से भारत आई थी। वहां से वह कोलकाता के सोनागाछी, फिर दिल्ली, और अंत में भिलाई पहुंची।
उसने बताया कि वह भिलाई में अपनी सहेली पूजा के साथ रह रही थी और यहां से कमाई कर पैसे कोलकाता भेजकर बांग्लादेश में अपने घर भिजवाती थी।
पुलिस करेगी नेटवर्क का खुलासा, एजेंसियों को लिखा जाएगा पत्र
SSP अग्रवाल ने कहा कि अब यह पता लगाया जा रहा है कि –
-
फर्जी आधार कार्ड किसने और कैसे बनवाया
-
सीमा पार करवाने में किन लोगों ने मदद की
-
क्या इसमें कोई अंतरराज्यीय या अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क सक्रिय है
इन सभी मामलों में संबंधित एजेंसियों को सूचना देकर कार्रवाई की जाएगी।
