कांकेर में घूसखोरी का मामला
कांकेर जिले के आमाबेड़ा तहसील कार्यालय में पदस्थ एक लिपिक और उसके सहयोगी को एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। लिपिक, मृतक के परिवार से मुआवजा राशि जारी करवाने के एवज में 25,000 रुपये की रिश्वत मांग रहा था।
शिकायतकर्ता की सूझबूझ
ग्राम अर्रा, तहसील आमाबेड़ा के निवासी अमर सिंह हुपेण्डी ने एसीबी, जगदलपुर में शिकायत दर्ज कराई थी कि उनके चचेरे भाई राधेश्याम हुपेण्डी की सर्पदंश से मृत्यु होने के बाद मिलने वाली 4 लाख रुपये की मुआवजा राशि की प्रक्रिया के लिए बाबू परमेश्वर गौतम ने रिश्वत की मांग की थी। इसमें से 4,000 रुपये पहले ही वसूल लिए गए थे।
रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया
ACB की टीम ने शिकायत की पुष्टि करने के बाद, 23 अक्टूबर 2024 को एक ट्रैप ऑपरेशन के तहत आरोपी परमेश्वर गौतम को 10,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया। आरोपी ने यह रिश्वत अपने सहयोगी रेखचंद यादव के माध्यम से प्राप्त की।
कानूनी कार्रवाई
दोनों आरोपियों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 की धारा 7 के तहत कार्यवाही की जा रही है। ACB की इस कार्रवाई के बाद स्थानीय लोगों में प्रशासन के प्रति विश्वास बढ़ा है और यह संदेश गया है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कदम उठाए जा रहे हैं।