मुंगेली (newst 20) । रविवार सुबह रामगढ़ सब्जी बाजार के पास दिल दहला देने वाली घटना से लोग सकते में आ गए। यहां सब्जी बेचने पहुंचे युवक पर एक महिला ने पहले तो पेट्रोल छिड़क दिया और फिर हंसीये से उस पर जानलेवा हमला किया। इतने से उसका जी नहीं भरा तो बदहवास भागते युवक के पीछे ललकारते हुए महिला दौड़ने लगी। वहां खड़ी भीड़ इस घटना को देखकर हैरान रह गई। इसी दौरान वहां मुंगेली कोतवाली थाने का सिपाही योगेश यादव पहुंचा जिसने मामले को हैंडल किया।


मुंगेली के रामगढ़ क्षेत्र में रहने वाला जितेंद्र साहू पिछले काफी समय से रामगढ़ में ही रहने वाली सीमा साहू को परेशान कर रहा था। जितेंद्र साहू सब्जी बेचने का काम करता है तो वही महिला की भी सब्जी की खेती बाड़ी का काम है।

बताया जा रहा है कि जितेंद्र साहू कभी रास्ते में छेड़ देता तो कभी मोबाइल पर उसे परेशान करता। दो बच्चों की ब्याहता महिला जितेंद्र साहू की हरकतों से परेशान थी, आखिर रविवार को उसके सब्र का बांध टूट गया और उसने जितेंद्र साहू को सबक सिखाने का निश्चय कर लिया। रोज की तरह जब सुबह जितेंद्र साहू सब्जी बेचने बुधवारी बाजार पहुंचा तो पहले से घात लगाकर बैठी सीमा साहू ने पहले तो उसके शरीर पर पेट्रोल छिड़ककर आग लगा दी और फिर अपने पास रखे हंसीये से उस पर जानलेवा हमला कर दिया। इस हमले में उसके गर्दन पर गंभीर चोट लगी । हमले के बाद बदहवास जितेंद्र साहू भागने लगा। इतने से भी महिला का दिल नहीं भरा और वह उसकी जान लेने उसके पीछे भागने लगी। आसपास के लोग इस घटना को देखकर सकते में रह गए, तभी मौके पर थाने का सिपाही पहुंच गया जिसमें महिला को किसी तरह रोका और समझाइश देकर शांत किया और घायल जितेंद्र साहू को पहले मुंगेली जिला अस्पताल भेजा गया, जहां उसकी हालत चिंताजनक देखते हुए बिलासपुर सिम्स रेफर कर दिया गया है। वहीं पुलिस ने जानलेवा हमला करने वाली सीमा साहू को गिरफ्तार कर लिया है । भले ही सीमा साहू ने घातक कदम उठाया हो लेकिन पिछले काफी समय से जिस तरह से जितेंद्र साहू ने उसका जीना मुहाल कर रखा था उसके चलते लोगों की सहानुभूति महिला के प्रति देखी जा रही है। लोग अंदेशा जता रहे हैं कि कहीं जितेंद्र साहू महिला को ब्लैकमेल तो नहीं कर रहा था। वहीं इस पूरे घटनाक्रम में मुंगेली कोतवाली थाने के सिपाही योगेश यादव की भूमिका सराहनीय रही जिसने न सिर्फ मौके पर पहुंचकर महिला को रोका बल्कि घायल को भी अस्पताल पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। बताया जा रहा है कि उस वक्त योगेश यादव अपने बच्चे को लेकर किसी काम से रामगढ़ वाली सड़क से गुजर रहा था, संजोग से उसकी नजर इस घटना पर पड़ी, नहीं तो महिला जितेंद्र साहू को किसी भी कीमत पर जिंदा छोड़ने वाली नहीं थी।

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