रायपुर। छत्तीसगढ़ के विधानसभा का कार्यकाल खत्म होने के संबंध में अधिसूचना जारी कर दी गई है। इसके साथ ही 2018 में निर्वाचित हुए सभी विधायकों की विधायकी खत्म हो गई है। इनमें जो इस बार चुनाव नहीं जीते हैं अब वे पूर्व विधायक की श्रेणी में आ गए हैं। इसके साथ ही उन्हें मिल रही सभी तरह की सुविधाएं समाप्त कर दी गई है। विधानसभा सचिवालय ने हारने वाले सभी विधायकों को विधायक आवास खाली करने का नोटिस जारी कर दिया है। अफसरों ने बताया कि 2018 में चुने गए पक्ष और विपक्ष के 50 से ज्यादा विधायकों को राजधानी में आवंटित विधायक आवास खाली करने का निर्देश जारी कर दिया गया है।
अफसरों ने बताया कि वहीं मकान अब नए विधायकों को आवंटित किया जाएगा। इधर, सिविल लाइन स्थिति मंत्रियों के आवास भी खाली होने शुरू हो गए हैं। मंत्री मोहम्मद अकबर ने सबसे पहले अपना सरकारी बंगला खाली कर दिया है। कुछ पूर्व मंत्री अभी बंगाला खाली करने के मूड में नहीं है, इस वजह से उन्होंने बंगले के बाहर पूर्व मंत्री लिखा दिया है। बता दें कि 3 दिसंबर को परिणाम आने के बाद भूपेश बघेल ने मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था, अभी वे राज्य के कार्यवाहक मुख्यमंत्री हैं। बघेल के इस्तीफा के दूसरे ही दिन विधानसभा के विघटन की अधिसूचना जारी कर दी गई है।