नई दिल्ली.लोकसभा चुनाव 2024 के अंतिम चरण की वोटिंग के लिए चुनाव प्रचार 30 मई शाम पांच बजे थम जाएगा. इसके बाद 1 जून को वोटिंग होगी. पीएम मोदी प्रचार थमने के बाद क्या करेंगे? इसका शेड्यूल भी सामने आ गया है. प्राप्त जानकारी के मुताबक अपने चुनाव अभियान के समापन पर प्रधानमंत्री 30 मई से 1 जून तक कन्याकुमारी का दौरा करेंगे. कन्याकुमारी में पीएम रॉक मेमोरियल का दौरा करेंगे और 30 मई की शाम से 1 जून की शाम तक वो मंडपम में उसी स्थान पर दिन-रात ध्यान करेंगे जहां स्वामी विवेकानंद ने ध्यान किया था.
पीएम नरेंद्र मोदी चुनाव प्रचार के अंत में आध्यात्मिक यात्राएं करने के लिए जाने जाते हैं. वह 30 मई को कन्याकुमारी पहुंचेंगे और 1 जून तक वहीं रहेंगे. 2019 में उन्होंने केदारनाथ का दौरा किया था और 2014 में उन्होंने शिवाजी के प्रतापगढ़ का दौरा किया था. कन्याकुमारी वह स्थान है जहां स्वामी विवेकानन्द को भारत माता के दर्शन हुए थे. इस शिला का स्वामी विवेकानन्द के जीवन पर बड़ा प्रभाव पड़ा. लोगों का मानना है कि जैसे सारनाथ गौतम बुद्ध के जीवन में विशेष स्थान रखता है, यह चट्टान स्वामी विवेकानन्द के जीवन में भी वैसा ही स्थान रखती है. देश भर में घूमने के बाद वे यहीं पहुंचे और तपस्या करेंगे और विकसित भारत का सपना देखेंगे.
3 महासागरों के मिलन बिंदू पर ध्यान…
उसी स्थान पर ध्यान करना स्वामी जी के विकसित भारत के दृष्टिकोण को जीवन में लाने के लिए पीएम मोदी की प्रतिबद्धता को दर्शाता है. देवी पार्वती भी उसी स्थान पर भगवान शिव की प्रतीक्षा करती रहीं. यह भारत का सबसे दक्षिणी छोर है. इसके अलावा, यह वह स्थान है जहाँ भारत की पूर्वी और पश्चिमी तट रेखाएं मिलती हैं. यह हिंद महासागर, बंगाल की खाड़ी और अरब सागर का मिलन बिंदु भी है. पीएम मोदी कन्याकुमारी जाकर राष्ट्रीय एकता का संकेत दे रहे हैं. यह तमिलनाडु के प्रति प्रधानमंत्री की गहरी प्रतिबद्धता और प्रेम को भी दर्शाता है कि वह चुनाव खत्म होने के बाद भी राज्य का दौरा कर रहे हैं.
क्या है BJP का दावा
इस लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी का दावा है कि वो जीत के अपने पुराने सभी रिकॉर्ड तोड़ देगी. बीजेपी अपने दम पर 370 सीट जीतने की बात कह रही है. वहीं, यह भी दावा किया जा रहा है कि एनडीए इस बार 400 पार सीट जीतने जा रहा है. पीएम मोदी मार्च में चुनाव की तारीखों का ऐलान होने के बाद से ही देश भर में प्रचार कर रहे हैं. ढाई महीने तक ताबड़तोड़ रैलियों के बाद अब प्रधानमंत्री कुछ दिनों के लिए ध्यान करने जा रहे हैं.