रायपुर। ईडी ने शराब घोटाले में थोड़े वक्त से फरार चल रहे आरोपी अरविन्द सिंह कोसोमवार को गिरफ्तार किया था। अरविन्द सिंह को विशेष न्यायाधीश अजय सिंह राजपूत की कोर्ट में पेश किया गया। ईडी ने उसे भिलाई के रामनगर मुक्तिधाम से गिरफ्तार किया था। उसने अपनी मां की अंत्येष्टि की थी। ईडी इसे 14 दिन की रिमांड पर देने की याचिका लगाई थी। लेकिन स्पेशल कोर्ट के जज अजय सिंह राजपूत ने दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद ED को अरविंद सिंह की तीन दिन की रिमांड का फैसला सुनाया है।
अन्वर ढेबर ,त्रिपाठी, त्रिलोक सिंह और निशांत को 24 तक ज्यूडिशियल रिमांड और 16 तक अरविंद सिंह ED की रिमांड पर रहेंगे। तत्संबंध मे स्पेशल मजिस्ट्रेट अजय सिंह राजपूत ने फैसला सुनाया है। बता दें कि अरविंद, आबकारी निगम के गिरफ्तार एमडी एपी त्रिपाठी का बायां हाथ माना जाता है। बीएसपी का पूर्व कर्मचारी रहा सिंह तीन वर्षों से बिना वेतन अवकाश पर चल रहा है।
2000 करोड़ के इस घोटाले में ईडी अनवर ढेबर, पप्पू ढिल्लों, और त्रिपाठी को भी पेश करेगी। मुखाग्नि के फ़ौरन बाद ही ED ने पहली बार कथित घोटाले के आरोपियों में से किसी को इस तरह मृत्यु शोक के तत्काल बाद गिरफ्तार कर लाया गया है। कोर्ट में अरविंद सिंह सफ़ेद लुंगी, बनियान और मुण्डन करके ED की गिरफ्त में दिख रहे थे। कारोबारी अरविंद को क्रिया-कर्म में जाने की इजाजत। शराब घोटाला मामले में आरोपियों को राहत नहीं मिली है। सूत्रों की मानें तो ढेबर समेत सभी की रिमांड बढ़ गई है।
अरविंद सिंह को अपने माता के निधन के बाद होने वाले क्रिया-कर्म में शामिल होने के लिए शाम 5 से 6 एक घंटे और बुधवार सुबह 7 से 8 बजे एक घंटे शामिल होने के अनुमति दी है। प्रवर्तन निदेशालय की टीम अरविंद सिंह को अपनी निगरानी में उनके घर लेकर जाएगी। इसके बाद वापस ईडी अपनी कस्टडी में उन्हें साथ रखेगी।