
रायपुर में AIIMS डॉक्टर ने लगाई फांसी, कमरे से मिला सुसाइड नोट
रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर स्थित एम्स (AIIMS) से एक बार फिर आत्महत्या की चौंकाने वाली खबर सामने आई है। डॉ. ए. रवि कुमार, जो AIIMS रायपुर में कार्यरत थे, ने अपने फ्लैट (हर्षित टॉवर, आमानाका क्षेत्र) में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
पुलिस को मौके से सुसाइड नोट भी मिला है, जिसमें काम के अत्यधिक दबाव की बात लिखी गई है। फिलहाल पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर जांच शुरू कर दी है।

काम का तनाव बना मौत की वजह
सुसाइड नोट में डॉक्टर ने जो बातें लिखीं, उससे यह साफ है कि वे लंबे समय से मानसिक तनाव में थे और काम का दबाव झेल नहीं पा रहे थे। यह घटना स्वास्थ्य क्षेत्र में कार्यरत कर्मचारियों के मानसिक स्वास्थ्य को लेकर गंभीर सवाल उठाती है।
बीते साल भी AIIMS में PG छात्र ने की थी आत्महत्या
यह पहली बार नहीं है जब रायपुर AIIMS से इस तरह की घटना सामने आई हो। पिछले साल, AIIMS के एक PG मेडिकल छात्र रंजीत भोयार ने भी आत्महत्या कर ली थी। रंजीत इंटर्नशिप में फेल होने के बाद डिप्रेशन में चला गया था। महज 25 साल की उम्र में उसने भी फांसी लगाकर जान दे दी थी।
हॉस्टल में मिली थी छात्र की लाश
रंजीत PG हॉस्टल में रहा करता था। जब उसके रूममेट्स ने दरवाजा खटखटाया और अंदर से कोई आवाज नहीं आई, तब यह घटना सामने आई। तत्काल जानकारी वार्डन को दी गई और पुलिस को बुलाया गया।
मानसिक स्वास्थ्य को लेकर सवाल
लगातार दो आत्महत्याओं ने AIIMS जैसे प्रतिष्ठित संस्थान में मानसिक स्वास्थ्य और तनाव प्रबंधन की व्यवस्थाओं पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। क्या डॉक्टर और मेडिकल छात्र अकेले इस बोझ को झेल रहे हैं?
