General Insurance Premium: महंगाई की मार झेल रही जनता को हाल-फ‍िलहाल राहत म‍िलती नजर नहीं आ रही है. आम आदमी के ऊपर महंगाई की एक और मार पड़ने वाली है. अगर आपने भी अपना बीमा कराया हुआ है तो कंपन‍ियों की तरफ से प्रीम‍ियम को 10 प्रत‍िशत तक महंगा क‍िया जा सकता है. मीडिया र‍िपोर्ट के अनुसार जल्‍द भारतीय कंपनियों और व्‍हीकल मालिकों के लिए बीमा की राश‍ि में इजाफा होना तय है. बीमा प्रीम‍ियम महंगा होने का कारण यूक्रेन में युद्ध से हुआ नुकसान होना माना जा रहा है.

इंश्योरेंस में 10-15 प्रत‍िशत का इजाफा होगा –

यूक्रेन युद्ध से प्रभाव‍ित दुन‍ियाभर के पुनर्बीमाकर्ताओं ने प्रीम‍ियम में 40 से 60 प्रत‍िशत तक का इजाफा किया है. जनरल इंश्योरेंस कंपनियों की तरफ से बताया गया क‍ि व‍ित्‍त वर्ष 2023 में जनरल इंश्योरेंस के कुल कारोबार में ऑटो इंश्योरेंस के प्रीमियम का ह‍िस्‍सा 81,292 करोड़ रुपये है. री-इंश्योरेंस कॉस्ट बढ़ने से आने वाले समय में ऑटो इंश्योरेंस में 10-15 प्रत‍िशत का इजाफा होना तय माना जा रहा है.

जनरल इंश्योरेंस से जुड़ी हैं 24 कंपन‍ियां –

देश में इस समय 24 कंपन‍ियां जनरल इंश्योरेंस से जुड़ी हुई हैं. इन कंपन‍ियों की इंडस्‍ट्री में कुल 84 प्रत‍िशत की हिस्सेदारी है. ये कंपनियां कि‍सी भी प्रकार की देनदारियों और भव‍िष्‍य में क‍िसी भी प्रकार के भारी नुकसान से बचने ल‍िए बड़े बीमा कवर खरीदती हैं. इन कंपन‍ियों की तरफ से आग, समुद्री जहाज से जुड़े जोख‍िम और इंजीनियरिंग व व्यावसायिक रुकावटों से बचाव के लिए बीमा कवर खरीदा जाता है.

ब्याज दर में भी भारी इजाफा –

पश्‍च‍िमी देशों के केंद्रीय बैंकों की तरफ से पिछले एक साल में ही ब्याज दर में 4.5-5% तक की वृद्धि की जा चुकी है. इससे पुनर्बीमाकर्ताओं के लिए पूंजी की लागत में इजाफा हुआ है. जलवायु परिवर्तन की अन‍िश्‍च‍ितता से भी पुनर्बीमाकर्ताओं को नुकसान हुआ है. ऐसे में इंश्‍योरेंस कंपन‍ियों की तरफ से क‍िये जाने वाले रीइंश्योरेंस के रेट में बढ़ोतरी होना तय माना जा रहा है. आने वाले महीनों में असेट्स, जनरल इंश्योरेंस कंपनियों के अधिकारियों के मुताबिक, री-इंश्‍योरेंस दर में इजाफा होने के चलते आने वाले महीनों में संपत्तियों, लायबिलिटीज और ऑटो इंश्योरेंस के इंश्योरेंस प्रीमियम में 10 फीसदी का इजाफा होना तय माना जा रहा है.

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