Jammu & Kashmir [ News T20 ] | केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि पिछले कुल सालों में जम्मू-कश्मीर के कई शहर आतंकवाद का अड्डा बन चुके थे, लेकिन धीरे-धीरे अब “Tourist Spot” में तब्दील हो चुके हैं। शाह ने कहा कि भाजपा की केंद्र सरकार ने आतंकवाद के खिलाफ अपना रुख साफ किया हुआ है। सेना, सहित कई सुरक्षा एजेंसियों को खुली छूट दी गई है कि वे आतंकवाद पर जमकर प्रहार करे। आतंकियों से भारत के हर नागरिक को सुरक्षा मुहैया कराना सरकार की प्राथमिकता है।
बुधवार को जम्मू-कश्मीर के बारामूला में आयोजित एक जनसभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि पिछले कुछ सालों में सीमा पार से आतंकवादियों के घुसपैठ में कमी देखी गई गई है। शाह ने कहा कि बॉर्डर पर सुरक्षा एजेंसियों को छूट दी गई है कि सीमा पर घुसपैठ कर रहे आतंकवादियों को करारा जवाब दें। उनके अनुसर, जम्मू-कश्मीर में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं, और राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार गंभीर है।
चाहे धार्मिक पर्यटन की बात हो, या फिर साहसिक पर्यटन की, चरणबद्ध तरीके से पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए ठोस रणनीति बनाकर कार्य किया जाएगा। शाह के अनुसार, पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देने से बेरोजगारी पर प्रहार होने के साथ ही स्थानीय बेरोजगार युवकों को रोजगार भी मिल सकेगा। केंद्रीय मंत्री शाह के अनुसार, पिछले कई सालों में जम्मू-कश्मीर में पर्यटकों की संख्या में इजाफा हुआ है। भरोसा दिलाया कि पयर्टन से जुड़ी गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए धनराशि किसी भी सूरत में रोड़ा नहीं बनेगी।
मालूम हो कि इससे पहले, केंद्रीय मंत्री शाह ने जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा के हालातों पर एक समीक्षा बैठक भी ली थी, जिसमें जिसमें उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और कई अन्य सीनियर अधिकारी भी मौजूद थे। माना जा रहा है आर्टिकल 370 हटने के बाद सेना,बीएसएफ सहित सुरक्षा एजेंसियों को सुरक्षा पर कड़े निर्देश भी दिए गए हैं।