
अमेरिका की संघीय अपील अदालत ने बड़ा फैसला सुनाया है। कोर्ट ने कहा है कि ट्रंप प्रशासन की ओर से लगाए गए अधिकांश टैरिफ कानून के अनुसार नहीं है। कोर्ट के इस फैसले पर अब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप बुरी तरह से भड़क गए हैं। ट्रंप ने कोर्ट के फैसले की आलोचना करते हुए ये चेतावनी तक दे दी है कि टैरिफ के बिना अमेरिका पूरी तरह से तबाह हो जाएगा और इसकी सैन्य शक्ति तुरंत खत्म हो जाएगी।
क्या बोले डोनाल्ड ट्रंप?
अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर एक पोस्ट में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने टैरिफ के मामले पर फैसला देने वालों को ‘कट्टरपंथी वामपंथी जजों के समूह’ करार दिया। ट्रंप ने कहा- “बिना टैरिफ और उन सभी खरबों डॉलर के जो हम पहले ही ले चुके हैं, हमारा देश पूरी तरह से तबाह हो जाता, और हमारी सैन्य शक्ति तुरंत खत्म हो जाती।

जजों के एक कट्टरपंथी वामपंथी समूह को कोई परवाह नहीं थी, लेकिन ओबामा द्वारा नियुक्त एक डेमोक्रेट ने वास्तव में हमारे देश को बचाने के लिए वोट दिया। मैं उनके साहस के लिए उनका धन्यवाद करना चाहता हूं! वह अमेरिका से प्यार करते हैं और उसका सम्मान करते हैं।”
कोर्ट ने क्या फैसला दिया था?
दरअसल, अमेरिका की संघीय अदालत ने अपने फैसले में कहा था कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के पास लगभग सभी देशों पर भारी-भरकम टैरिफ लगाने का कोई कानूनी अधिकार नहीं है। अदालत ने कहा था कि ट्रंप को नेशनल इंमरजेंसी घोषित करने और लगभग सभी देशों पर टैरिफ लगाने की कानूनी अनुमति नहीं है।
हालांकि, कोर्ट ने डोनाल्ड ट्रंप द्वारा विभिन्न देशों पर लगाए गए टैरिफ को तत्काल रद्द नहीं किया है और ट्रंप प्रशासन को सुप्रीम कोर्ट में अपील करने की अनुमति दी। राष्ट्रपति ने ठीक यही करने का संकल्प जताया है।
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी स फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाने का संकल्प लिया है। ट्रंप ने लिखा, “अगर इसे ऐसे ही रहने दिया गया, तो यह फैसला सचमुच अमेरिका को बर्बाद कर देगा।” वहीं, व्हाइट हाउस के प्रवक्ता ने जानकारी दी है कि “ट्रंप ने कानूनी तरीके से काम किया है और हम इस मामले में अंतिम जीत की उम्मीद करते हैं।”
