बांदा. धार्मिक ग्रंथ श्रीरामचरितमानस पर विवादित बयानों का दौर जारी है. सबसे पहले बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने इसकी कुछ चौपाइयों पर विवादित बयान दिया था. उनका विरोध चल ही रहा था कि इसी बीच यूपी में सपा के वरिष्ठ नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने भी विवादित बयान दे दिया. अब इन दोनों नेताओं से आगे निकलते हुए सपा के ही एक और नेता व पूर्व विधायक ब्रजेश प्रजापति ने फिर से इसकी कुछ चौपाइयों पर सवाल उठा दिए.
ब्रजेश प्रजापति ने रामचरितमानस की कुछ चौपाइयों को बदलने या बैन करने की मांग रख दी है. ब्रजेश प्रजापति अब पूर्व बीजेपी विधायक रहे हैं. फिलहाल सपा मे शामिल हो गए हैं और स्वामी प्रसाद के खास है. सपा नेता और तिंदवारी से पूर्व बीजेपी विधायक रहे ब्रजेश प्रजापति ने श्री रामचरितमानस की कुछ चौपाइयों पर विवादित बयान देते हुए इसे बदलने या बैन करने की मांग रख दी है. इससे यह विवाद अब और गहराता जा रहा है.
ब्रजेश प्रजापति ने कहा कि इन चौपाइयों मे दलित और महिलाओं के लिए गलत लिखा गया है, इसे सरकार खत्म कराए या फिर रामायण पर पूर्ण रूप से बैन लगाया जाए. स्वामी प्रसाद मौर्य की टिप्पणी के बाद फिर चित्रकूट जनपद में अनशन कर रहे लोगों ने मुकदमा भी दर्ज करा दिया है. पूर्व विधायक ब्रजेश प्रजापति ने कहा कि श्रीरामचरितमानस की कुछ चौपाइयों से आदिवासी, दलित और पिछड़े समाज समेत महिलाओं को ठेस पहुंचती है.
ब्रजेश प्रजापति ने सोशल मीडिया में भी श्रीरामचरितमानस की एक चौपाई को हाईलाइट करते हुए पोस्ट डाली और उसमें लिखा “इस पर हमारा भी विरोध है”. गौरतलब है कि ब्रजेश प्रजापति 2022 में स्वामी प्रसाद मौर्य के साथ ही बीजेपी छोड़कर समाजवादी पार्टी में शामिल हुए थे.