बैकुंठपुर । जिले में हुए सनसनीखेज हत्याकाण्ड में दामाद ही निकला हत्यारा। पुलिस अधीक्षक कोरिया के निर्देशन एवं पुलिस अनुविभागीय अधिकारी बैकुंठपुर के मार्गदर्शन में थाना पटना में दर्ज धारा 302 का अपराध पंजीबद्ध कर आरोपित की पतासाजी की गई। पुलिस ने बताया कि प्रारम्भ में धनमेत बाई द्वारा अपने दामाद को बचाने का काफी प्रयास किया गया, किन्तु आरोपित पवन के साथी योगेश द्वारा घटनाक्रम की जानकारी देने उपरांत आरोपित पवन कुमार अपने द्वारा बनायी गई झूठी कहानी मे उलझ कर पुलिस द्वारा चतुराई से पूछे गये प्रश्नों से घटना की वास्तविकता बताने को विवश हो गया।
संतलाल पिता स्व. मोहन जाति गोड़ उम्र 50 वर्ष निवासी टेंगनी थाना पटना जिला कोरिया की मृत्यु की सूचना पर थाना पटना द्वारा मर्ग कमांक 11/2024 धारा 174 दर्ज कर शव पंचनामा कार्रवाई की गई। हत्या की पुष्ट पर उक्त घटना की जानकारी से तत्काल पुलिस अधीक्षक कोरिया को अवगत कराया गया। पुलिस अधीक्षक ने तत्काल आवश्यक कार्रवाई कर आरोपित को गिरफ्तार करने के निर्देश दिए ।घटना दिनांक एक मार्च 2024 को शाम चार से पांच बजे के मध्य ग्राम टेंगनी जूनापारा निवासी, धनमेत बाई पति संतलाल (मृतक) के घर उनका दामाद पवन कुमार अपनी बेटी के पसनी कार्यकम का न्योता देने जूनापारा गया था। संतलाल द्वारा पूर्व में अपने दामाद पवन को घर के कंडी लकड़ी को बिना बताए अपने घर चोरी कर ले जाने का आरोप लगाकर भगा दिया गया था।
घटना दिनांक को पुनः देखने पर संतलाल द्वारा फिर लकड़ी चोर आ गया कहने पर पवन आवेश में आकर संतलाल से झगड़ा करने लगा, सास के द्वारा मना करने पर सास को घर से बाहर निकालकर घर का दरवाजा बंद कर दिया और घर के अन्दर रखे टूटे खाट के प्लास्टिक नेवाड़ को निकालकर संतलाल के गले मे लपेट कर खींच कर संतलाल की हत्या कर दी, और मौके से भाग गया। घटना कारित करने उपरांत पकड़े जाने से बचने के लिए अपने साथ आये दोस्त योगेश को साथ में ले जाकर तालाब में पहले नहाया और बड़सरा के मंदिर में नारियल चढ़ाकर भगवान से बचने का प्रार्थना किया। आरोपित को प्रकरण में गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा जा रहा है। प्रकरण को सुलझाने में थाना प्रभारी पटना शीतल सिदार, लवांग सिंह, अमित त्रिपाठी मनोज मिंज, अमल कुजूर की प्रकरण अहम भूमिका रही।