दुनिया भर में आज भी ऐसी कई परंपराएं निभाई जाती हैं, जिन्हें जानकर लोग हैरान रह जाते हैं. कहीं ये परंपराएं धार्मिक आस्था से जुड़ी होती हैं, तो कहीं सांस्कृतिक पहचान का हिस्सा होती हैं. भारत भी ऐसी अनोखी रस्मों का खजाना है, जहां हर राज्य और हर इलाके की अपनी अलग परंपरा है. इन्हीं परंपराओं में से एक बेहद दिलचस्प और थोड़ी अजीब लगने वाली रस्म गोवा में निभाई जाती है, जिसे देखकर पहली बार में कोई भी चौंक सकता है.
गोवा का खास त्योहार- साओ जोआओ
अपनी खूबसूरत समुद्री तटों और रंगीन संस्कृति के लिए मशहूर गोवा केवल घूमने-फिरने की जगह ही नहीं, बल्कि अनोखी परंपराओं के लिए भी जाना जाता है. यहां हर साल जून के महीने में ‘साओ जोआओ’ (Sao Joao) नाम का एक खास त्योहार मनाया जाता है. यह त्योहार खासतौर पर उत्तर गोवा(North Goa) के गांवों में बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है.
इस त्योहार के दौरान एक ऐसी रस्म निभाई जाती है, जो बाहर से देखने वालों को अजीब लग सकती है. दरअसल, शादी के बाद नए दूल्हे को कुएं या तालाब के पानी में धक्का देकर गिरा दिया जाता है. पहली नजर में यह रस्म भले ही चौंकाने वाली लगे, लेकिन इसके पीछे गहरी सांस्कृतिक और धार्मिक मान्यताएं जुड़ी हुई हैं.
साओ जोआओ त्योहार को संत जॉन द बैपटिस्ट की याद में मनाया जाता है. मान्यता है कि संत जॉन ने पानी में डुबकी लगाकर लोगों को नया जीवन और नई शुरुआत का संदेश दिया था. इसी विश्वास के साथ इस त्योहार में पानी को शुद्धता, जीवन और नए रिश्तों की शुरुआत का प्रतीक माना जाता है.
स्थानीय लोगों की मान्यता है कि पानी में डुबकी लगाने से नए दूल्हे के जीवन में समृद्धि आती है और नए परिवार में खुशियां बनी रहती हैं. इसके साथ ही यह रस्म आने वाली पीढ़ियों के लिए आशीर्वाद का संकेत भी मानी जाती है. लोग मानते हैं कि इससे वैवाहिक जीवन की शुरुआत शुभ होती है.
दूल्हे की परीक्षा भी है यह रस्म
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस परंपरा के जरिए लड़की वालों को दूल्हे के स्वभाव, ऊर्जा और उसके मजाकिया अंदाज को समझने का मौका भी मिलता है. यह देखा जाता है कि दूल्हा नए परिवार और समाज में कितनी आसानी से घुल-मिल पाता है.
गोवा की संस्कृति में पानी में कूदना केवल एक रस्म नहीं, बल्कि स्वागत का प्रतीक है. इससे यह संदेश दिया जाता है कि दूल्हा नए परिवार और समुदाय को पूरे दिल से स्वीकार कर रहा है और उनके साथ एक नई यात्रा शुरू करने के लिए तैयार है.