दुर्ग / जिले में आजीविका गतिविधि करने वाले परिवार एवं ऐसे परिवार जिसे पहले से ही कृषि/गैर कृषि गतिविधि के अंतर्गत कवर किया गया हो तथा एसएचजी की सभी आर्थिक एवं सामाजिक श्रेणियों को समान अवसर देते हुए लखपति दीदी बनाने प्रशासनिक पहल की जाएगी।
कलेक्टर सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी की अध्यक्षता में आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में आयोजित बैठक में लखपति दीदियों की पहचान एवं कार्ययोजना पर विस्तृत चर्चा की गई। कलेक्टर सुश्री चौधरी ने कहा कि जिले में आजीविका गतिविधि से जुड़े हितग्राही महिलाओं को विभिन्न विभागों द्वारा संचालित योजनाओं से जोड़कर लाभान्वित किया जाना है। इन महिलाओं को लखपति दीदी बनाने में विभागों को अपनी सहभागिता सुनिश्चित करना है।
उन्होंने सभी जनपद सी.ई.ओ. को जनपद की विभागीय बैठक में कार्ययोजना से अवगत कराने के निर्देश दिये। जिला पंचायत के सीईओ श्री अश्वनी देवांगन ने प्रस्तावित कार्ययोजना से अवगत कराया कि संभावित लखपति दीदियों के लिए प्रशिक्षण, क्षमता निर्माण और एक्सपोजर विजिट के अवसरों की पहचान करना।
एसएचजी परिवारों द्वारा नियोजित आजीविका गतिविधियों के प्रकार को एकत्रित करना और समर्थन के लिए वस्तु/उत्पाद/सेवा कलस्टर तैयार करने के लिए ब्लॉक का समर्थन करना। संपत्ति, कौशल, प्रशिक्षण, वित्त और बाजार पहुंच से संबंधित मांगों को प्रदाय करना। आजीविका गतिविधियों के चयन में एसएचजी दीदियों को सहायता प्रदान करना।
उन्होंने बताया कि कार्ययोजना के तहत पशुपालन विभाग, कृषि विभाग, उद्यानिकी विभाग, मत्स्य विभाग की विभागीय योजनाओं सेे हितग्राही महिलाओं को जोड़कर एवं फाइनेंशियल विभाग की गतिविधियों सेे हितग्राहियों महिलाओं को लाभान्वित किया जाएगा। बैठक में एडीएम अरविन्द एक्का, नगर निगम भिलाई के आयुक्त देवेश ध्रुव, सहायक कलेक्टर श्री एम. भार्गव, अपर कलेक्टर श्री बी.के. दुबे, सभी नगर निगमों के आयुक्त, सभी एसडीएम एवं जनपद सीईओ सहित समस्त विभाग के जिला प्रमुख अधिकारी उपस्थित थे।