रायपुर। रायपुर की एक फैक्ट्री में काम करने वाले युवक ने अपने ही साथी के 3 साल के बच्चे को अगवा कर लिया। बच्चे को आरोपी नाश्ता कराने के बहाने ले गया था। पुलिस ने आरोपी को देर रात कवर्धा से गिरफ्तार कर लिया है। वह बच्चे को लेकर मध्य प्रदेश भाग रहा था। भनपुरी के गीता नगर निवासी रवि सिंह राजपूत एक फैक्ट्री में काम करता है। उसी के साथ मध्य प्रदेश के डिंडौरी निवासी आनंद कुमार भी कार्यरत है और मोहल्ले में ही किराये से रहता है। रवि ने अपने घर में फैक्ट्री के ही 2 कर्मचारियों को किराये पर कमरा दे रखा है।
रवि की पत्नी रेखा ने पुलिस को बताया कि मंगलवार सुबह करीब 10 बजे आनंद उनके घर में किराये से रहने वाले कर्मचारी के पास आया था। वहीं पर उसके बच्चे भी खेल रहे थे। इस दौरान रवि का छोटा बेटा शिवा (3) खेलते हुए आनंद के पास चला गया और उसके मोबाइल पर वीडियो देखने लगा। आरोप है कि आनंद चॉकलेट दिलाने का झांसा देकर शिवा को अपने साथ ले गया। आनंद ने भनपुरी चौक से नाश्ता खरीदा। इस बीच रेखा भी पहुंच गई और कहा कि वह बेटे को घर छोड़ दे। रेखा ने बताया कि करीब 1 घंटे बाद उसने बड़े बेटे से शिवा के बारे में पूछा तो पता चला कि वह नहीं लौटा है।
इसके बाद रेखा ने कॉल कर अपने पति रवि को इसकी जानकारी दी। पति ने आनंद को कॉल किया तो उसका मोबाइल स्विच ऑफ था। इस पर वे पुलिस को पास पहुंचे और मामला दर्ज कराया। पुलिस ने फुटेज के आधार पर कवर्धा के बोड़ला में घेराबंदी कर आनंद को एक बस से पकड़ लिया। पुलिस पूछताछ में आनंद ने बताया कि उसकी शादी के 5 साल हो गए हैं, लेकिन उसे कोई संतान नहीं है। पत्नी के बांझपन के कलंक को मिटाने के लिए उसने रवि सिंह के बेटे को अगवा किया। वह बस में बैठकर अपने गांव डिंडोरा ले जा रहा था। पुलिस ने बच्चे को बरामद कर परिजनों को सौंप दिया है।
इंस्पेक्टर बीएल चंद्राकर ने बताया कि आरोपी आनंद मरावी गीतानगर में अपनी पत्नी के साथ रहता था। 10 दिन पहले ही वह अपनी पत्नी को घर डिंडोरी में छोड़कर आया था। शिवा को अपहरण करके बच्चा देने उसे डिंडोरी एमपी ले जा रहा था। रवि सिंह राजपूत की 14 साल पहले शादी हुई है। वह वरुण स्टील फैक्ट्री में काम करता है। उनके तीन बेटे नीलेश (13), साहिल (10) और सबसे छोटा शिवा राजपूत (3) है।