आप भारतीय गांवों में अगर जाएंगे तो आपको सैकड़ों इंसान नजर आ जाएंगे. भारत का दिल गांवों में बसता है, इस वजह से आपको शहरों से ज्यादा रौनक, चहल-पहल गांवों में दिखेगी. मगर विदेशों में ऐसा नहीं है. इटली का एक गांव तो सुनसान हो चुका है.
यहां इंसानों से ज्यादा बिल्लियां रहती हैं. हैरानी की बात तो ये भी है कि इस गांव में पिछले 30 सालों में एक भी बच्चा नहीं जन्मा था. मगर अब यहां खुशी की लहर दौड़ गई है क्योंकि इतने सालों में बाद एक लड़की का जन्म हुआ है जिससे सब बहुत खुश हैं.
इटली के एक छोटे से गांव में हाल ही में एक ऐसी खुशी मनाई गई, जिसने पूरी दुनिया का ध्यान खींच लिया. यह गांव है पाग्लियारा देई मार्सी (Pagliara dei Marsi), जहां इंसानों से ज्यादा बिल्लियां रहती हैं. यहां पिछले 30 सालों से कोई बच्चा पैदा नहीं हुआ था, लेकिन अब एक नन्ही बच्ची के जन्म ने गांव में नई जान फूंक दी है.
इस गांव में पैदा हुई बच्ची का नाम लारा बुसी त्राबुक्को है. लारा की उम्र अभी कुछ ही महीने है और वह गांव के करीब 20 निवासियों में से एक है. लारा के जन्म के बाद गांव में खुशी का माहौल है. हाल ही में उसका बपतिस्मा (ईसाई बनाने की प्रक्रिया) हुआ, जिसमें आसपास के इलाकों से ही नहीं बल्कि दूर-दूर से लोग और पर्यटक भी पहुंचे. कई लोगों ने पहली बार इस गांव का नाम सिर्फ लारा की वजह से सुना.
गांव में 30 साल से नहीं पैदा हुआ था बच्चा
लारा की मां चिंजिया त्राबुक्को कहती हैं, “जो लोग इस गांव के बारे में पहले जानते तक नहीं थे, वे भी अब यहां आ रहे हैं. सिर्फ 9 महीने की उम्र में ही मेरी बेटी मशहूर हो गई है.” पाग्लियारा देई मार्सी इटली के अब्रूजो (Abruzzo) क्षेत्र में स्थित एक बहुत पुराना और शांत ग्रामीण इलाका है.
समय के साथ यहां से लोग बड़े शहरों की ओर चले गए. बुजुर्गों की संख्या बढ़ती गई और युवा पीढ़ी लगभग खत्म हो गई. इसी वजह से गांव में तीन दशकों तक कोई बच्चा पैदा नहीं हुआ. हालात ऐसे हो गए कि गांव में इंसानों से ज्यादा बिल्लियां नजर आने लगीं.
इटली में घट रही जनसंख्या
हालांकि लारा का जन्म गांव के लिए जश्न का कारण है, लेकिन विशेषज्ञों की चिंता अभी भी बनी हुई है. दरअसल, यह समस्या सिर्फ इस गांव तक सीमित नहीं है, बल्कि पूरे इटली में जनसंख्या घटने का संकट गहराता जा रहा है. सरकारी आंकड़ों के अनुसार, साल 2024 में इटली में सिर्फ 3,69,944 बच्चे पैदा हुए, जो अब तक का सबसे कम आंकड़ा है.
यह गिरावट पिछले 16 सालों से लगातार जारी है. इटली में महिलाओं का औसत प्रजनन दर 1.18 बच्चे प्रति महिला रह गई है, जो यूरोपियन यूनियन में सबसे कम दरों में से एक है. विशेषज्ञों का कहना है कि लोग अब जानबूझकर बच्चे नहीं करना चाहते या फिर आर्थिक परेशानियों, नौकरी की अनिश्चितता और स्वास्थ्य कारणों की वजह से परिवार बढ़ाने से बच रहे हैं. पाग्लियारा देई मार्सी की मेयर ज्युसेपिना पेरोज़ी कहती हैं, “हमारा गांव तेजी से खाली होता जा रहा है. बुजुर्गों की मौत के बाद उनकी जगह लेने वाली नई पीढ़ी नहीं है. लारा का जन्म हमारे लिए उम्मीद की किरण है, लेकिन चुनौतियां अब भी बहुत हैं.