जशपुरनगर। पीड़ित व्यवसायी कनक चिंडालिया ने पुलिस को बताया है कि 7 सितंबर को उसके पास एक काल आया। कालर ने उन्हें एक नामी कंपनी के लोहे का सरिया बनाने वाली कंपनी का एजेंसी दिलाने की बात कही। उसके झांसे में आकर पीड़ित व्यवसायी ने एजेंसी लेने के लिए हामी भर दी। कुछ देर बाद अंकित शर्मा नाम के दूसरे व्यक्ति ने काल किया। उसने एजेंसी की कागजी खाना पूर्ति के लिए पीड़ित से आधार कार्ड,पेन कार्ड के साथ केंसल चेक की फोटो वाट्सअप में मांगी उनकी बातों में आ कर पीड़ित ने मांगे गए सारे दस्तावेज और चेक की फोटो ठगो को दे दिया।
एजेंसी के लिए ठगो ने 1 लाख 25 हजार रूपये बतौर रक्षा धन ( सिक्योरिटी मनी) मांगा। इसे सामान्य प्रक्रिया मान कर व्यवसायी ने बताये गए खाते में डाल दिया। शातिरो ने व्यवसायी को दोबारा झांसा देते हुए काल करके पहला आर्डर मांगा। इस पर व्यवसायी चंडलीया ने 32 मिट्रिक टन लोहे का सरिया का आर्डर दे दिया।
ठगों ने फर्जी बिल बना कर भेजा
आर्डर के बाद ठगो ने पीड़ित को 15 लाख 71 हजार 400 रूपये का फर्जी बिल बना कर भेजा और 50 प्रतिशत राशि एडवांस के रूप में मांगी। पीड़ित ने बताया कि उन्होंने 10 सितंबर को बताये गए खाते में 7 लाख 71400 रूपये डाल दिए। इतनी राशि पीड़ित से जमा कराने के बाद भी ठगो ने पीड़ित को ठगने का सिलसिला बंद नहीं किया।
बार- बार रूपये की मांग करने पर व्यवसायी हो हुआ संदेह
12 सितंबर को काल करके ठगो ने 1 रूपये प्रति किलो सरिया का रेट कम होने का झांसा देते हुए कहा कि इसका लाभ लेने के लिए पहले आर्डर का बाकी बचा रकम खाते में डलवा दें। बार- बार रूपये की मांग किए जाने पर पीड़ित को संदेह हुआ और उन्होंने मामले की शिकायत सीटी कोतवाली में दर्ज कराई है।