रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में गो तस्करी के बड़े मामले का खुलासा हुआ है। मंगलवार को रायपुर- दुर्ग बार्डर पर एक कंटेनर से 80 गाय बरामद की गईं। इनमें 13 की मौत हो चुकी हैं। जीवित बची ज्यादातर गायों की स्थिति ठीक नहीं है। उन्हें गोगांव की एक गोशाला में रखा गया है। रायपुर पश्चिम सीट से पूर्व विधायक विकास उपाध्याय के साथ पहुंचे लोगों ने इस मामले में आमानाका थाना में एफआईआर दर्ज कराई है। इधर, राजधानी में एक कार्यक्रम के दौरान कृषि मंत्री राम विचार नेताम ने कहा कि किसी भी स्थिति में गो तस्करों और गो माता की हत्या करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। उनके ऊपर सख्ती से कानूनी कार्यवाही की जाएगी।
गो तस्करी के इस बड़े मामले का खुलासा होने के साथ ही राजनीति गरमा गई है। कांग्रेस के विधायकों ने इस मुद्दे को सदन में भी उठाया। इधर, नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने इस मामले में भाजपा की चुप्पी पर सवाल खड़ा किया है। उन्होंने कहा कि हमारे कार्यकाल में एक गाय की मौत पर विपक्षी दल विधानसभा को सर में उठा लेता था। एक कंटेनर में 100 से भी अधिक गायों को पकड़ा गया है, 13 गायों की मृत्यु हो चुकी है। अब तक गृह मंत्री का कोई बयान नहीं आया है। यह गाय कत्ल खाने ले जाया जा रहे थे। भाजपा अभी तक चुप है कोई कार्रवाई नहीं कर रही है, इसकी हम निंदा करते हैं।
वहीं, पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने सोशल मीडिया (एक्स) पर पोस्ट किया कि बहुत दुख हो रहा है यह दृश्य देखकर। सूचना मिली है कि रायपुर में हीरापुर के पास ग्रामीणों ने एक ट्रक पकड़ा है जिसमें लगभग 100 गायें थी। पता चला है 13 गायों की मृत्यु हो चुकी है। भाजपा की सरकार आते ही “तस्करी” और गो माता पर अत्याचार का सिलसिला फिर शुरू हो गया. इन तस्करों के गिरोह और शासन में बैठे “गो हत्यारों” को सामने आकर जवाब देना होगा।
इधर, सदन में उमेश और रामकुमार ने उठाया मुद्दा
विधानसभा में पूर्व मंत्री उमेश पटेल और कांग्रेस विधायक रामकुमार यादव ने इस मुद्दे को उठाया। पटेल ने कहा कि जब हमने गौठान की व्यवस्था बनाई थी तो सवाल उठाया जाता था, लेकिन इनके पास अब कोई व्यवस्था नहीं है। कंटेनर में 100 गायों को लेकर तस्करी किया जा रहा था। 13 की मौत हुई है। कांग्रेस के मुद्दे पर विधानसभा अध्यक्ष रमन सिंह ने कहा कि गंभीर विषय पर आप लोगों ने ध्यान आकर्षित कराया है। सरकार के ध्यान में बात आ गई है।