अंबिकापुर। सरगुजा जिले की पुलिस ने ओडिशा से छत्तीसगढ़ के रास्ते बिहार में गांजा की तस्करी करने वाले रैकेट का पुलिस ने राजफाश किया है। गांजा आपूर्तिकर्ता, परिवहनकर्ता और खरीददार समेत कुल नौ आरोपियो को गिरफ्तार कर पुलिस ने उनके कब्जे से 6.80 लाख रुपये कीमत का 68 किलो गांजा जब्त किया है। गिरफ्तार आरोपियों में गोपालगंज बिहार निवासी राणा सिंह, जादवपुर गोपालगंज निवासी प्रभु कुमार सिंह, बिंदु कुमार सोनी, परमजीत महतो, संजेद आलम, तबरेज आलम (19), अनिरूद्ध शाह तथा जगदलपुर निवासी शोभा सुंदर हरिजन व सूरज कुमार शामिल है।
सरगुजा पुलिस अधीक्षक अमित कांबले ने बताया कि नवा बिहान नशा मुक्ति अभियान के तहत जिले में मादक पदार्थ व नशीली दवाइयों के खिलाफ विशेष धरपकड़ अभियान चलाया जा रहा है। इसी बीच मुखबिर से सूचना मिली कि बस्तर से छह लोग बस से गांजा लेकर बिहार की ओर जाने वाले है। इस पुख्ता सूचना पर प्रशिक्षु आइपीएस राबिंसन गुड़िया व बस स्टैंड चौकी प्रभारी सरफराज फिरदौसी के नेतृत्व में पुलिस टीम को जांच में लगाया गया। गौरव पथ बस स्टैंड के पास छह लोग बैग लेकर संदिग्ध रूप से खड़े मिले।
उनसे पूछताछ करने पर संतोषप्रद जबाब नहीं मिला। उनके बैग की जांच की गई तो सभी में गांजा भरा हुआ था। आरोपी प्रभु कुमार सिंह पिता काशी राय, बिंदु कुमार पिता विशुन प्रसाद सोनी, परमजीत महतो पिता चन्द्रदेव महतो, संजेद आलम पिता कलामुददीन, तबरेज आलम पिता फतेह आलम अनिरूद्ध शाह पिता मनिजर शाह सभी निवासी जादवपुर गोपालगंज बिहार के कब्जे से 68 किलो गांजा बरामद हुआ। पूछताछ में इन्होंने बिहार के गोपालगंज निवासी राणा सिंह द्वारा गांजा मंगाने की जानकारी दी। आरोपियों ने जगदलपुर में आटो चालक शोभा सुंदर हरिजन तथा सूरज कुमार द्वारा गांजा उपलब्ध कराने की जानकारी दी। आरोपियों ने यह भी बताया कि वे छपरा होते रायपुर से जगदलपुर पहुंचे थे। वापसी में वे रायपुर से सीधे अंबिकापुर पहुंच गोपालगंज जाने निकले थे। इस पुख्ता सूचना पर पुलिस अधीक्षक अमित कांबले, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विवेक शुक्ला ने तत्काल जगदलपुर पुलिस से संपर्क किया। गांजा की आपूर्ति करने वाले शोभा सुंदर हरिजन व सूरज कुमार को हिरासत में ले लिया गया।
एसपी अमित कांबले ने बताया कि एक अन्य प्रकरण में सहायक उप निरीक्षक विनय सिंह के नेतृत्व में पुलिस टीम बिहार गई थी। वहां गांजा मंगाने वाले राणा सिंह का लोकेशन पटना के पास मिला। उसे भी टीम ने हिरासत में ले लिया है। कार्रवाई में निरीक्षक राहुल तिवारी, उप निरीक्षक सरफराज फिरदौसी, उप निरीक्षक विजय दुबे, एएसआई विनय सिंह, आरक्षक मनीष सिंह, अतुल सिंह, मंदु गुप्ता, शहबाज अंसारी, विमल टोप्पो, सपन मंडल, अभिषेक सिंह, राम प्रसाद निकुज, सरोज तिग्गा सक्रिय रहे। ओडिशा से गांजा मंगाने वाले आरोपी राणा सिंह को जब पटना के नजदीक पुलिस टीम ने पकड़ने की कोशिश की तो उन्होंने स्थानीय लोगों की भीड़ जमा कर पुलिस के खिलाफ उकसाने का प्रयास किया। पुलिसकर्मी सादी वर्दी में थे। भीड़ ने पुलिसकर्मियों से हुज्जतबाजी शुरू कर दी। मामला बिगड़ चुका था। इधर खबर लगते ही एसपी अमित कांबले के साथ सरगुजा पुलिस के अधिकारियों ने बिहार के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से संपर्क कर वस्तुस्थिति से अवगत कराया। गोपालगंज और छपरा के अधिकारियों से बात की। बिहार पुलिस के घटनास्थल पहुंचने के बाद भीड़ को नियंत्रित किया गया। सरगुजा पुलिस टीम ने भी हिम्म्मत दिखाई और साहस के साथ आरोपी को लेकर अंबिकापुर के लिए रवाना हुई।
गुरुवार सुबह अंबिकापुर के नजदीक शंकर घाट के पास आरोपी राणा सिंह ने लघुशंका के बहाने वाहन को रूकवाया। यहां से आरोपी ने दौड़कर भागने की कोशिश करने लगा। पुलिस टीम ने फिर उसे दौड़ाकर पकड़ा। आरोपी ने पुलिसकर्मियों पर हमला करने की नीयत से मारपीट करने की भी कोशिश की। बिहार और अंबिकापुर के पास हुए घटनाक्रम में सहायक उप निरीक्षक विनय सिंह जख्मी हुए है। उनके एक हाथ में चोटें आई है। अभी एक्सरे रिपोर्ट प्राप्त नहीं हो सका है। आरोपी के खिलाफ पृथक से धारा 294, 506, 186, 353, 332 के तहत अपराध दर्ज किया गया है।