41 साल पुराना लेटर वायरल: पिता की लव मैरिज की कहानी ने जीता इंटरनेट, बेटा बोला- असली 'शक्तिमान' तो ये हैं!

‘गंगाधर’ निकले ‘शक्तिमान’ की तरह पिता भी निकले रोमांटिक हीरो

वायरल न्यूज डेस्क- कभी सोचा है कि जिन पेरेंट्स को हम आदर्श और सख्त मानते हैं, वो भी कभी हमारी ही तरह ‘यंग और लव में पागल’ रहे होंगे? सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे 41 साल पुराने लव मैरिज परमिशन लेटर ने लोगों को यही सोचने पर मजबूर कर दिया है। यह कहानी एक बेटे को उसके पिता की गुज़री हुई जवानी की रोमांटिक झलक दिखाती है—बिलकुल वैसे ही जैसे ‘शक्तिमान’ के पीछे छिपा था ‘गंगाधर’।

पिता का 1984 का लेटर, जिसमें मां से शादी की इजाजत मांगी गई थी

एक Reddit यूजर (u/Rich-Arrival-1427) ने हाल ही में r/IndiaSocial ग्रुप पर एक पुराना लेटर शेयर किया है, जो उनके पिता ने 1984 में अपने होने वाले ससुर (अब उनके बेटे के नाना) को लिखा था। लेटर में उन्होंने लव मैरिज की अनुमति मांगी थी।

बेटे ने बताया कि उसके पिताजी अब 70 साल के हैं, दिल्ली से हैं, और उसकी मां रायपुर से हैं। दोनों ने दिल्ली यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की, छह साल तक रिलेशनशिप में रहे और तीन साल परिवार को मनाने में लगे। शादी 30 और 25 साल की उम्र में हुई और हाल ही में उन्होंने 40वीं वेडिंग एनिवर्सरी मनाई।

जय जोहार से शुरू हुआ लेटर, भावनाओं से भरा हुआ

इस ऐतिहासिक प्रेम पत्र की शुरुआत “जय जोहार” से होती है, जो छत्तीसगढ़, ओडिशा और झारखंड के जनजातीय समाज में सम्मानसूचक अभिवादन है। लेटर में पिता ने अपनी सरकारी नौकरी, रिश्ते की गंभीरता और जीवनभर साथ निभाने के वादे को लेकर बातें लिखी थीं। यह लेटर सिर्फ अनुमति की मांग नहीं था, बल्कि एक संस्कृति, प्रेम और सम्मान का दस्तावेज भी था।

शक्तिमान जैसी दोहरी ज़िंदगी: आदर्श पेरेंट्स का छिपा हुआ रोमांस

यह पूरी घटना सोशल मीडिया पर लोगों को ये सोचने पर मजबूर कर रही है कि हमारे माता-पिता भी कभी हमारी ही तरह युवा थे, इश्क में थे और अपनी भावनाओं के लिए संघर्ष कर रहे थे। बिल्कुल जैसे ‘गंगाधर’ असल में ‘शक्तिमान’ थे, वैसे ही ये पिता भी अपने बेटे के लिए हमेशा आदर्श रहे, पर उनके भीतर छुपा था एक सच्चा प्रेमी।

इंटरनेट पर छाया लेटर, यूजर्स बोले- ‘पिता जी रॉकस्टार निकले’

यह पोस्ट अब तक 5000+ लाइक्स बटोर चुका है और सैकड़ों यूजर्स ने इसे ‘इमोशनल’, ‘क्यूट’, और ‘रेस्पेक्ट फॉर डैड’ जैसे कमेंट्स से नवाजा है। किसी ने मजाक में कहा, “सरकारी नौकरी सुनते ही नाना जी मान गए होंगे।” बेटे ने भी खुलासा किया कि नाना जी ने बात करने के लिए फौरन पिता से मुलाकात की थी।

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