रायपुर। राजधानी में नग्न प्रदर्शन करने वाले प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने जेल भेज दिया है। SC-ST युवकों ने फर्जी प्रमाण पत्र पर कार्रवाई नहीं होने का आरोप लगाते हुए विधानसभा की सड़कों पर नग्न प्रदर्शन किया था। पुलिस ने इस मामले में 29 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया है। सभी के खिलाफ गंभीर धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने कहा है कि नग्न प्रदर्शन के वीडियो वायरल करने वालों पर भी कड़ी कार्रवाई होगी।
दरअसल मंगलवार को फर्जी जाति प्रमाण पत्र के सहारे सरकारी नौकरी मामले में अनुसूचित जाति जनजाति वर्ग के आंदोलित युवाओं ने नग्न प्रदर्शन किया था। बड़ी संख्या में अनुसूचित जाति जनजाति के आंदोलित युवाओं निर्वस्त्र होकर प्रदर्शन किया। फर्जी जाति प्रमाण पत्र मामले में आरोपितों को सरकारी संरक्षण देने के खिलाफ तथा उनपर कठोर कार्रवाई की मांग को लेकर प्रदर्शन के लिए विधानसभा की ओर कूच कर रहे थे। इसी दौरान पुलिस ने नग्न प्रदर्शन कर रहे एससी-एसटी वर्ग के युवाओं को गिरफ्तार कर लिया।
दरसअल, फर्जी जाति प्रमाण पत्र के मामले में छत्तीसगढ़ सरकार के कार्रवाई से अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति वर्ग के युवा अब सरकार से नाराज है। मसलन जिस फर्जी जाति प्रकरणों की जांच सरकार ने करवाई उसमें पाये गए दोषियों के खिलाफ सरकारी फरमान के बावजूद तीन वर्ष बाद भी कार्रवाई नहीं की गई। वहीं फर्जी जाति प्रमाण पत्र धारकों को महत्वपूर्ण पदों में व प्रमोशन दिया जा रहा है।