भिलाई। ठगी के मामले में दुर्ग पुलिस ने जालसाज पति-पत्नी को गिरफ्तार किया है। दोनों ने पहले अपना मकान बैंक में मॉडगेज रखा। उसके बाद उसी मकान को जीएसटी अधिकारी को बेचने का सौदा किया। सौदा तय होने के बाद 20 लाख रुपए एडवांस लेकर फरार हो गए। दो साल बाद पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार किया है।
मोहन नगर थाना प्रभारी मोनिका पांडे ने बताया कि दीपक नगर निवासी आरोपी जयप्रकाश पहवानी और उसकी पत्नी कल्पना पहवानी के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है। जीएसटी विभाग दुर्ग में पदस्थ महिला अधिकारी सुरेखा ने केस दर्ज कराया है।
पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। जी सुरेखा ने अपनी शिकायत में बताया कि पहवानी दंपति ने दुर्ग स्थित अपने मकान को पहले रायपुर के नेशनलाइज बैंक में 2 करोड़ रुपए में मॉडगेज (बंधक) रखा। इसके बावजूद दोनों ने मिलकर उसका सौदा जीएसटी अधिकारी जी सुरेखा से कर दिया।
बिना बैंक को किसी प्रकार की जानकारी दिए 2022 में उन्होंने क्रेता जी सुरेखा से 75 लाख रुपए में मकान का सौदा किया और 20 लाख रुपए एडवांस भी ले लिए। इसके बाद रातोंरात घर छोड़कर फरार हो गए। इसके बाद से वो दुर्ग में अलग-अलग जगह में ठिकाना बदलकर रह रहे थे। जी सुरेखा ने मोहन नगर थाने में मामले की शिकायत दर्ज कराई।
पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी दंपति की पतासाजी की और उसके बाद शनिवार को उसे दुर्ग में उसके घर से गिरफ्तार किया। दोनों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। मोहन नगर पुलिस ने आरोपी जयप्रकाश पहवानी के साथ उसकी पत्नी कल्पना पहवानी को भी आरोपी बनाया है। पुलिस का कहना है कि इस पूरे अपराध में पत्नी की पूरी सहभागिता पाई गई। कल्पना ने ही जी सुरखा से अपने नाम पर एडवांस का चेक लिया, लेकिन उसको ये जानकारी नहीं दी कि उनका घर मॉडगेज है।