बिलासपुर। बिलासपुर में महाराष्ट्र पुलिस को चकमा देकर ठगी के दो आरोपी चलती ट्रेन से कूद कर फरार हो गए। पुलिस उन्हें झारखंड से पकड़कर दुरंतो एक्सप्रेस में मुंबई लेकर जा रही थी। बिलासपुर स्टेशन में ट्रेन खड़ी हुई, तब ठगों ने वॉशरूम जाने का बहाना किया। पुलिसकर्मी हथकड़ी खोलकर दोनों को वाशरूम लेकर गए, तभी ट्रेन छूटने लगी तो मौका पाकर ठगों ने पुलिसकर्मियों को धक्का दिया और चलती ट्रेन से कूदकर भाग निकले। घटना बीते पांच जुलाई की सुबह चार बजे की है। रायपुर जीआरपी से केस डायरी मिलने के बाद बिलासपुर जीआरपी अब इस मामले में केस दर्ज कर ठगों की तलाश कर रही है।
महाराष्ट्र के मुंबई के बोरीवली थाने में पदस्थ प्रधान आरक्षक विजय जाधव अपनी टीम के साथ झारखंड के बरदुवा पलाजोरी पहुंचे थे, जहां ऑनलाइन ठगी के केस में उन्हें ठगों का सुराग मिला था। वहां दबिश देकर टीम ने झारखंड पुलिस की मदद से तीन आरोपी समसुद्धीन पिता इसाबुद्धीन अंसारी (28), कलाम पिता अजगर अली अंसारी (28) और हुसैन पिता अजगर अली अंसारी (22) को गिरफ्तार किया। इसके बाद उन्हें कोर्ट में पेश कर ट्रांजिट रिमांड पर लेकर 4 जुलाई को झारखंड में दुरंतो एक्सप्रेस में बैठाकर मुंबई जाने के लिए निकले थे।
चलती ट्रेन से कूद गए
दूसरे दिन पांच जुलाई को तड़के ट्रेन बिलासपुर रेलवे स्टेशन पहुंची। इसी दौरान आरोपी समसुद्धीन इसाबुद्धीन अंसारी व कलाम अजगर अली अंसारी ने वॉशरूम जाने का बहाना किया। पुलिसकर्मी उसके हाथ से हथकड़ी खोलकर दोनों को वॉशरूम लेकर गई। तब तक ट्रेन स्टेशन से छूट गई थी। इस दौरान दोनों आरोपियों ने पुलिसकर्मियों को धक्का दिया और फिर चलती ट्रेन से कूद गए।
ट्रेन छूट गई थी इसलिए रायपुर में दर्ज कराई FIR
इस दौरान ट्रेन की स्पीड बढ़ गई थी, जिसके कारण पुलिसकर्मी विजय शंकर जाधव और भरत पाटिल को कुछ करने का मौका ही नहीं मिला। न ही उन्होंने रास्ते में जीआरपी और आरपीएफ को घटना की जानकारी दी। रायपुर पहुंचने के बाद हेड कॉन्स्टेबल विजयशंकर जाधव जीआरपी थाना पहुंचे और चलती ट्रेन से दो आरोपियों के कूद कर भागने की जानकारी दी। इसके बाद जीआरपी ने शून्य पर केस दर्ज किया और बिलासपुर जीआरपी को इस घटना की जानकारी दी। रायपुर से केस डायरी आने पर जीआरपी बिलासपुर में फरार आरोपियों पर केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
सीसीटीवी कैमरे में नहीं दिखे आरोपी
जीआरपी प्रभारी डीएन श्रीवास्तव ने बताया कि रायपुर जीआरपी से ऑनलाइन ठगी के 2 आरोपी के फरार होने की जानकारी मिलने के बाद स्टेशन में लगे सीसीटीवी कैमरे की जांच की गई। ट्रेन के बिलासपुर पहुंचने और छूटने के बाद सीसीटीवी कैमरों की जांच की गई। लेकिन, आरोपियों का कुछ पता नहीं चल सका है। फुटेज में आरोपी भागते हुए भी नहीं दिख रहे हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि आरोपी ट्रेन से रेलवे ट्रैक पर कूदने के बाद आउटर तरफ भाग गए होंगे।
चारों तरफ से खुला है स्टेशन
बिलासपुर रेलवे स्टेशन चारों तरफ से खुला हुआ है, दूसरे क्षेत्र में आबादी का एक बड़ा हिस्सा निवास करता है। अगर आरोपी स्टेशन से दूसरे छोर की ओर कूद कर भागे होंगे तो उनके सीसीटीवी कैमरे की नजर में आने की आशंका भी कम है। वहीं, स्टेशन खुला होने की वजह से आरोपी कहीं से भी आसानी से स्टेशन से बाहर निकल गए होंगे।