भिलाई [न्यूज़ टी 20] मेरठ. शहर के एलएलआरएम मेडिकल कॉलेज से संबद्ध सरदार वल्लभ भाई पटेल चिकित्सालय के डॉक्टरों को आज बड़ी सफलता हासिल हुई है. यहां पहली बार बिना चीरा लगाए डेढ़ साल की बच्ची के दिल का ऑपरेशन सफलतापूर्वक किया गया.
लाला लाजपत राय मेडिकल कॉलेज मेरठ से सम्बद्ध सरदार वल्लभ भाई पटेल चिकित्सालय में बच्चों की ह्रदय संबंधी जन्मजात बीमारियों का इलाज सफलतापूर्वक चल रहा है. मेडिकल कॉलेज के डॉ. वी डी पांडेय ने बताया कि सोमवार को बाल हृदय रोग विशेषज्ञ डॉक्टर मुनेश तोमर
एवं उनकी टीम ने मेरठ निवासी अबीरा नाम की 18 माह की बच्ची का बिना चीरा लगाए दिल में जन्म से उपस्थित छेद (पी डी ए) को सफलतापूर्वक बंद किया. मेडिकल कॉलेज में इस तरह का ऑपरेशन बच्चों में पहली बार किया गया है.
पहले दिल्ली रैफर करते थे
मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ. आर सी गुप्ता ने बताया कि अब तक इस प्रकार के ऑपरेशन के लिए पहले बच्चों को दिल्ली के लिए रैफर किया जाता था. अबीरा का सारा इलाज राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत पूर्ण रूप से निशुल्क किया गया.
बच्ची फिलहाल पूरी तरह से स्वस्थ है और मेडिकल के बच्चा वार्ड में स्वास्थ्य लाभ प्राप्त कर रही है. माता-पिता सफलतापूर्वक हुए ऑपरेशन से बेहद खुश हैं. प्रधानाचार्य ने डॉक्टर मुनेश तोमर और उनकी टीम का आभार व्यक्त किया.
अब बन रही है सूची
ऐसे बच्चे जिनका दिल का इलाज संभव है उनकी सूची बनाई जा रही है. मेडिकल में निकट भविष्य में दिल संबंधी कई जटिल ऑपरेशन करने की तैयारी चल रही है. कॉलेज प्रशासन एवं बाल रोग विभाग मरीजों को राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम एवं आयुष्मान भारत जैसी योजनाओं के अंतर्गत निशुल्क इलाज उपलब्ध कराने के लिए प्रयासरत है.
डॉ. गुप्ता का कहना है कि अब जिले में हृदय रोग से पीड़ित बच्चों के इलाज के लिए यहीं पर सुविधाओं में इजाफा किया जा रहा है साथ ही उन्हें निशुल्क इलाज उपलब्ध करवाने के लिए भी प्रयास किए जा रहे हैं.