भिलाई [न्यूज़ टी 20] कांकेर। जिले में एक युवक की गजब कहानी सामने आई है। 13 साल में तीन शादियां करने वाला युवक तीसरी पत्नी से इतना प्यार करता है कि उसके लिए अपनी दूसरी पत्नी को रास्ते से हटा दिया। दूसरी पत्नी की हत्या भी अपनी तीसरी पत्नी के साथ मिलकर की। यही नहीं हत्या के बाद शव को जंगल मे ले जाकर जला दिया। पुलिस ने जंगल से जली हुई शव बरामद की थी। मामले की जांच के दौरान वह आरोपी के पास पहुंची।
इस मामले में आरोपी युवक की गिरफ्तारी के बाद जो कहानी सामने आई उसे सुनकर पुलिस भी चौंक गई है। फिलहाल इस मामले में कांकेर पुलिस ने आरोपी युवक व उसकी तीसरी पत्नी को गिरफ्तार कर लिया है। इस पूरे वारदात का खास पहलू यह है कि जिस तीसरी पत्नी के प्यार में युवक ने अपनी दूसरी पत्नी की हत्या की अब उसके साथ जेल की हवा खाएगा।
19 मार्च को मिली थी अधजली लाश
बता दें 19 मार्च को जिले के कोकड़ी मार्ग पर महिला की अधजली लाश मिली थी। 20 मार्च को भिलाई चरोदा से महिला के परिजन कांकेर पहुंचे और शव की पहचान अपनी बेटी पूर्णिमा ग्वाला (38) के रूप में की। इस दौरान परिजनो ने पूर्णिमा का उसके पति से विवाद की बात पता चली। पता चला कि एक दिन पहले 18 मार्च को ही पूर्णिमा का पति तुलसीदास मानिकपुरी उसे घर से लेकर गया था।
शुरू हुई आरोपी की तलाश
परिजनों के बयान के आधार पर पुलिस ने आरोपी की तलाश शुरू की। इस दौरान कांकेर के साथ ही अन्य जिलों में भी उसकी तलाश की जाती रही। उसके फोन कॉल को ट्रेस किया गया। वह दूसरे नंबरों से अपने करीबियों से बात करता और अपना ठिकाना बदलता रहता। आखिरकार पुलिस आरोपियों तक पहुंच गई और तुलसीदास और उसकी तीसरी पत्नी इंद्राणी मानिकपुरी रायपुर से गिरफ्तार कर लिया।
यह कहानी आई सामने
गिरफ्तारी के बाद आरोपी ने जो कहानी बताई उसे सुनकर पुलिस के होश उड़ गए। आरोपी ने पुलिस को बताया कि वह इंद्राणी से प्यार करने लगा था और चार माह पहले उससे शादी भी कर ली। आरोपी युवक ने बताया कि इंद्राणी से उसने तीसरी शादी की थी। इसकी जानकारी जब दूसरी पत्नी को हुई तो दोनों में विवाद होने लगा। रोज रोज के विवाद से तंग आकर उसने अपनी दूसरी पत्नी पूर्णिमा को मारने का फैसला कर लिया।
पूर्णिमा विवाद के कारण पहले ही अपने मायके चली गइ थी। 18 मार्च को वह पूर्णिमा को यह कहकर लाया कि उसने इंद्रानी को छोड़ दिया है। वापस पहुंचने के बाद उसने अपनी तीसरी पत्नी इंद्राणी के साथ मिलकर उसकी गला घोंटकर हत्या कर दी। इसके बाद शव को सफारी में लेकर कांकेर जिले की तरफ पहुंचा और जंगल में लाश को फेंक कर डीजल से आग लगा कर दोनों भाग गए।