पुराने जमाने के इलाकों में खुदाई में विशेषज्ञों को एक हजार साल पुराना कब्रिस्तान मिला है. इसके कंकालों की पड़ताल से पता चला है कि उस दौर में कैसे लोगों को सजाकर दफनाया जाता था. पर हैरानी की बात तो ये थी कि कुछ कंकालों से तो लकड़ी की बाल्टी बंधी मिली. विशेषज्ञों ने इस कब्रिस्तान के बारे में काफी जानकारी निकाली है जिसमें बाल्टी के रहस्य का भी अनुमान लगाया है.
यूकेन के कीव के पास मिला यह कब्रिस्तान करीब एक हजार साल पुराना बताया जा रहा है. इसमें कंकालों के साथ बहुत सारी चीजें मिले हैं जिनमें कंकालों की गर्दन में छल्लों के साथ पैरों में बाल्टियां भी शामिल हैं. पाए गए 107 कंकाल यूरोप के अंधकार युग की झलक दिखाते हैं जब रोमन साम्राज्य का अंत हो रहा था और इटली में पुनर्जागरण का समय शुरू हो रहा था.
कब्रों में शोधकर्ताओं को कुल्हाड़ी, तलवाहें, भाले, जेवरात, कंगन और अंडों के खोल के साथ मुर्गियों की हड्डियों जैसे खाने के अवशेष मिले हैं. इसके अलावा इनमें इंसानों की पुरानी हड्डियां भी हैं जिसका उत्तर पूर्वी यूरोप में राज था. इस कब्रिस्तान में पुरानी ईसाई रस्में अदा की जाती थीं.
इस कब्रिस्तान में महिला और पुरुष दोनों तरह के कंकाल मिले हैं और केवल महिलों के कंकाल ही सजे धजे मिले हैं. महिलाओं के गले में छल्ला उस दौर में एक तरह का सामाजिक संकेत हुआ करता था, लेकिन सबसे हैरान करने वाली बात पैरों से बंधी बाल्टियां थी जिसने रहस्य गहरा दिया है.
एक्सपर्ट्स ने कंकालों के पैरों में लकड़ी की बाल्टियां बंधी पाई हैं. ये लकड़ी की बाल्टियां केवल कुछ ही पुरुषों की कब्र में देखने को मिली हैं. फिलहाल विशेषज्ञों ने अनुमान लगाया है कि इन बाल्टियों को संबध अंतिम संस्कार से संबंधित किसी रस्म या रिवाज से रहा होगा. यह सब 11वीं सदी के सेना के उच्च वर्ग के लोगों की कब्रें लगती हैं. यह कब्रिस्तान अपने दौर के बारे में काफी कुछ बता सकता है जब कीव में भारी संख्या में लोग ईसाई धर्म अपना रहे थे. यूक्रेन में रूस के साथ हो रहे युद्ध की वजह से इस शोध में काफी दिकक्तें आ रही हैं.