10 वर्षीय मासूम के साथ दरिंदगी के बाद हत्या: आरोपी मजदूर गिरफ्तार...

घटना गौरेला-पेंड्रा मारवाही की (Incident from Gaurela-Pendra Marwahi, Chhattisgarh)

छत्तीसगढ़ के गौरेला-पेंड्रा मारवाही जिले से एक दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है। एक 10 वर्षीय मासूम बच्चे के साथ पहले अनैतिक कृत्य किया गया और फिर उसकी बेरहमी से हत्या कर दी गई।

जानकारी के अनुसार, 25 वर्षीय आरोपी अर्जुन, जो कोरबा जिले के पसान ब्लॉक का निवासी है और मजदूरी करता है, शराब के नशे में इस जघन्य अपराध को अंजाम दिया।

मामा के घर आया था आरोपी, रात में किया वारदात को अंजाम (Accused stayed at his uncle’s home, committed crime at night)

मामला मरवाही थाना क्षेत्र का है। पुलिस के अनुसार, आरोपी अर्जुन अक्सर अपने मामा के घर आता-जाता था।
1 नवंबर की रात को वह शराब पीकर मामा के घर पहुंचा। सभी के सो जाने के बाद उसने अपने मामा के बेटे को घूमने के बहाने बाहर बुलाया।

रास्ते में दोनों में किसी बात पर विवाद हुआ, जिसके बाद आरोपी ने बच्चे को पीट दिया। जब बच्चा अचेत हो गया, तो उसने उसके साथ अनैतिक कृत्य किया और फिर गला घोंटकर हत्या कर दी।

हत्या को आत्महत्या बताने की कोशिश (Tried to stage murder as suicide)

हत्या के बाद आरोपी ने निर्माणाधीन मकान में साड़ी से फंदा बनाकर शव को लटका दिया, ताकि यह आत्महत्या लगे।
लेकिन 2 नवंबर को जब शव मिला, तो ग्रामीणों में सनसनी फैल गई। पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की।

पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट ने खोला राज (Postmortem report exposed the truth)

पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में स्पष्ट हुआ कि बच्चे की मौत गला घोंटने से हुई थी, आत्महत्या से नहीं।
शव पर कई चोटों के निशान थे और अन्य साक्ष्य यह दर्शा रहे थे कि यह एक योजनाबद्ध हत्या थी।

मोबाइल जांच में मिले वीडियो, आरोपी ने कबूला जुर्म (Videos found on phone, accused confessed)

पुलिस ने ग्रामीणों से पूछताछ और मोबाइल डिवाइस की जांच की तो अर्जुन पर शक गहरा गया
जब आरोपी को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की गई, तो उसने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया।
डीएसपी दीपक मिश्रा ने बताया कि आरोपी के मोबाइल से अनैतिक कृत्य से संबंधित कई वीडियो भी मिले हैं।

आरोपी जेल भेजा गया, जांच जारी (Accused sent to jail; investigation continues)

पुलिस ने आरोपी पर हत्या, अनैतिक कृत्य और पॉक्सो एक्ट की धाराओं में मामला दर्ज किया है।
कोर्ट में पेशी के बाद आरोपी को न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है।
पुलिस अभी मोबाइल और अन्य डिजिटल साक्ष्यों की गहराई से जांच कर रही है।

बच्चों की सुरक्षा पर उठे सवाल (Rising concern over child safety)

यह मामला न केवल स्थानीय बल्कि राज्य स्तर पर भी गंभीर चिंता का विषय बन गया है।
पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि बच्चों की सुरक्षा को प्राथमिकता दें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत सूचना पुलिस को दें।

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