दुर्ग / स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल को सर्वाेत्तम बनाने के लिए हर संभव कदम उठाये जाएंगे। इस संबंध में कलेक्टर पुष्पेंद्र मीणा ने आज सैजेस के प्राचार्यों की बैठक ली। उन्होंने प्राचार्यों से पूछा कि अभी किस तरह की दिक्कत महसूस कर रहे हैं। किस तरह का नवाचार चाहते हैं।
प्राचार्यों ने विस्तार से इस बारे में बताया। कलेक्टर ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशानुरूप हम सैजेस को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का केंद्र बनाना चाहते हैं। आप लोग लंबा अनुभव रखते हैं। जो भी शैक्षणिक नवाचार करना चाह रहे हैं। उसे सुझायें, इसके लिए हर संभव मदद दी जाएगी।
कलेक्टर ने कहा कि बेसिक फैसिलटी तो जरूरी है ही, इसके साथ यदि कुछ नवाचार भी करना चाहें तो इसका प्रस्ताव भी भेज सकते हैं। बैठक में संयुक्त कलेक्टर प्रवीण वर्मा, डीईओ अभय जायसवाल सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
लाइब्रेरी होंगी अपडेट- कलेक्टर ने कहा कि लाइब्रेरी सैजेस की सबसे महत्वपूर्ण जगह है। बच्चों में पढ़ने का शौक जितना जगेगा, उतना ही उनका शैक्षणिक विकास होगा। लाइब्रेरी में फिक्शन, नान फिक्शन किताबों के साथ ही प्रतियोगी परीक्षाओं की किताब भी होंगी।
इसके साथ ही यहां मैगजीन और अखबार हिंदी और इंग्लिश दोनों में होंगे। कलेक्टर ने कहा कि बच्चे कामिक्स भी बहुत रुचि से पढ़ते हैं। उन्हें पढ़ने की आदत डालने में कामिक्स की बड़ी भूमिका होती है। इसके अलावा ई-लाइब्रेरी की सुविधा भी होगी।
सभी स्कूलों में दो कंप्यूटर होंगे जिनके पास किसी अच्छी सी लाइब्रेरी का सब्सिक्रिप्शन होगा ताकि स्तरीय किताबें बच्चों को मिल सके। कलेक्टर ने कहा कि सभी प्राचार्य लाइब्रेरी में रजिस्टर रखाएं। वे जब स्कूलों के निरीक्षण पर आएंगे तो इसे जरूर देखेंगे।
कलेक्टर ने कहा कि बच्चों में लाइब्रेरी में पढ़ने की आदत डालनी है। इसके लिए जरूरी है कि बच्चे जो पढ़ें, उसका फीडबैक भी दें। इससे उन्हें समूह में बात करने की आदत होगी और झिझक भी जाती रहेगी।
कॉरिडोर में कोटेशन, लैब में मॉडल्स की पेंटिंग- कलेक्टर ने कहा कि अभी कुछ स्कूलों में कारिडोर बहुत अच्छे हैं और कहीं कहीं पर बिल्कुल सादे। कारिडोर के माध्यम से स्कूल की क्रिएटिविटी झलकती है। इसे बच्चों की पेंटिंग और उनकी कल्पना से ढंक दीजिए।
इसके साथ ही कारिडोर में कोटेशन भी लगाएं। लैब में ऐसे प्रयोगों की पेंटिंग की जाए जो सबसे महत्वपूर्ण माने जाते हैं। कलेक्टर ने कहा कि जेसी बोस, सीवी रमन जैसे जीनियस वैज्ञानिकों के आविष्कार के संबंध में भी यहां डिस्प्ले हो।
साथ ही बीते दस सालों में इन क्षेत्रों में नोबल पाने वालों के नाम और उनकी उपलब्धियों का जिक्र भी हो। लाइब्रेरी की लाइट्स अच्छी होनी चाहिए ताकि बच्चों का मन यहां रम सके।
इंडोर और आउटडोर स्पोर्ट्स की अच्छी फैसिलिटी हो- कलेक्टर ने कहा कि स्कूल में इंडोर और आउटडोर गेम्स की अच्छी फैसिलिटी सुनिश्चित कर लें। आउटडोर में बैडमिंटन, बास्केटबाल, वालीबाल, कबड्डी और खोखो आदि खेलों की सुविधा भी हो। प्रेयर के लिए डोम आदि का प्रस्ताव भेजें।