भिलाई [न्यूज़ टी 20] भरतपुर के कामां थाना इलाके में मंगलवार सुबह दर्दनाक हादसा हो गया। यहां दादा-दादी की गोद में खेलते हुए दो साल का बच्चा पशुओं के लिए रखे पानी के ढाई फीट के टब में डूब गया। करीब 10 मिनट तक बच्चे की आवाज नहीं आती तो दादा ने उसे संभाला। बच्चे को पानी में औंधा पड़ा देख दादा के हाथ-पांव फूल गए।
बच्चे को निकाला, अस्पताल लेकर भागे लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। मामला कामां थाने के एकाता गांव का है। सुबह करीब 9 बजे घर का काम निबटाने के लिए बच्चे की मां भागवती दो साल के अपने लाडले निशांत को पास ही दादा श्रीचंद के मकान पर छोड़ आई थी।
घर आकर वह घरेलू कामकाज में लग गई। दादा-दादी बच्चे को खिलाने लगे। थोड़ी देर में निशांत खेलते हुए घर से सटे बरामदे में आ गया। तब तक वह दादा दादी की नजर में था। इसके बाद बच्चा नोहरे में रखे पानी के टब की तरफ कब चला गया, न दादा को पता लगा और न दादी को।
खेल-खेल में बच्चा पानी के टब में डूब गया। बच्चे के दादा ने पहले निशांत को खाट पर उल्टा लिटाकर पानी निकालने की कोशिश की। फिर गोद में समेट अस्पताल लेकर भागे, वहां डॉक्टर ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया।
बच्चे का पिता प्रमोद जाटव ट्रक ड्राइवर है। वह ट्रक लेकर उत्तराखंड गया हुआ है। बच्चे की मौत से घर में कोहराम मच गया। मां भागवती का रो-रोकर बुरा हाल है। चारपाई पर बच्चे का शव लिए बैठे दादा अपने आप को कोस रहे थे।
पिता प्रमोद को घटना की फोन पर सूचना दी गई। घर से सैकड़ों मील दूर होने के कारण पिता को आने में वक्त लगेगा। ऐसे में बच्चे को दफनाकर अंतिम संस्कार कर दिया गया। इस हादसे के बाद गांव के लोग दादा के घर जुट गए। पूरे गांव में माहौल गमगीन हो गया।
गांव के सरपंच अमर सिंह ने बताया कि निशांत के दादा श्रीचंद के दो मकान हैं, निशांत की मां भागवती दूसरे मकान पर थी और बच्चा अपने दादा श्रीचंद और दादी सुनीता के साथ नोहरे में खेल रहा था। घटना के समय दादा दादी कमरे में थे। निशांत खेलते हुए नोहरे के बरामदे में चला गया।
दादा दादी को अंदेशा भी नहीं था कि बच्चा टब तक जा सकता है। वह घुटने चलते हुए टब तक पहुंच गया। 10 मिनट बाद श्रीचंद ने संभाला तो निशांत डूब चुका था। प्रमोद और भागवती की शादी 5 साल पहले हुई थी। निशांत का एक बड़ा भाई भी है जिसका नाम प्रिंस है और उसकी उम्र 4 साल है। निशांत की मौत के बाद एकाता गांव में मातम है।