भिलाई [न्यूज़ टी 20] जमीन विवाद के कारण कार में सवार लोगों ने युवक का अपहरण करने का प्रयास किया। तलवार, रॉड, स्टिक लेकर दौड़ाया। जान बचाकर युवक भागते हुए थाने पहुंचा और भीतर घुस गया।
कार सवार पीछा करते हुए थाने तक आए। प्रशिक्षु आईपीएस बाहर निकले और कार की तलाशी की करवाई तो उसमें से हथियार बरामद हुए। कार्रवाई होता इससे पहले टीआई आ गए और उनके बीच में बीच विवाद हो गया।
बाद में पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर कार सवार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने दूसरे पक्ष के खिलाफ भी कार्रवाई की। मामला सिविल लाइन थाना का है। रविवार की रात गंगा नगर निवासी अमित सिंह (40) बाइक में सिविल लाइन थाने पहुंचा।
वह गाड़ी रोककर दौड़ते भीतर घुसा। प्रशिक्षु आईपीएस विकास कुमार ने पूछताछ की तो बताया कि जमीन संबंधी विवाद में दो दिन पहले कुछ युवकों ने उसके अपहरण की कोशिश की थी। उसने रिपोर्ट दर्ज नहीं कराई थी। रविवार शाम मुंगेली नाका चौक के पास पहुंचा।
उसी समय कार सवार बोदकू ठाकुर व दिलीप मिश्रा आए। दोनों कलेक्टोरेट तक पहुंच गए। बाइक के सामने कार अड़ा दी और तलवार, रॉड और स्टिक लेकर मारने के लिए दौड़ाया। वह भागते सिविल लाइन थाना पहुंचा है।
तलवार और हथियार के साथ युवकों के पकड़े जाने के बाद दूसरे पक्ष के लोग भी थाने पहुंच गए। प्रशिक्षु आईपीएस विकास कुमार उसे लेकर घटनास्थल जाने के लिए निकले। थाने के बाहर युवक ने कार को देख लिया और आईपीएस को इसकी जानकारी दी।
कार सवार बोदकू ठाकुर व दिलीप मिश्रा को पकड़कर पुलिस ने उनके कार की तलाशी ली और उन्हें पकड़कर थाने ले आए। घटना की जानकारी टीआई जेपी गुप्ता को मिली तो थाने पहुंचकर युवकों से पूछताछ करने लगे।
इसके बाद युवकों के बचाव में पार्षद अमित भारते व पार्षद संदीप मिश्रा सहित अन्य पहुंच गए। युवक खुद के जनप्रतिनिधि होने का धौंस दिखाने लगा। आईपीएस विकास कुमार ने उन्हें थाने से भगा दिया।
इस दौरान केस दर्ज करने को लेकर हस्तक्षेप करने पर आईपीएस विकास व टीआई जेपी गुप्ता में बहस हो गई। पुलिस ने एक ही मामले में अलग-अलग तीन एफआईआर दर्ज की है।
प्रशिक्षु आईपीएस सीपत भेजे गए
घटना के बाद एसएसपी पारुल माथूर ने आदेश जारी कर प्रशिक्षु आईपीएस को सीपत थाने भेज दिया है।
जांच के बिना ही केस दर्ज कर रहे थे-टीआई
टीआई जेपी गुप्ता का कहना है कि प्रशिक्षु आईपीएस मामले की जांच के बिना ही केस दर्ज करने की बात कह रहे थे। पहले पीड़ित पक्ष के साथ घटनास्थल जांच करने कहा गया। इसपर आपत्ति की तो बहस हो गई।
थाना परिसर में जनप्रतिनिधियों से दुर्व्यवहार कर भगा दिया। जनप्रतिनिधियों ने प्रशिक्षु आईपीएस के खिलाफ एसपी और आईजी से शिकायत की है, तब, अफसरों ने उन्हें जांच के निर्देश दिए।
पीड़ित के भाई की ओर से भी एफआईआर
गौतम के भाई अमित सिंह की रिपोर्ट पर पुलिस ने केस दर्ज किया है। कार सवार बोदकू ठाकुर और दिलीप मिश्रा उसकी बाइक को रोककर अपहरण और तलवार व अन्य हथियार से हमला करने की कोशिश कर रहे थे। तब वह भागकर थाने पहुंचा।
हमलावरों के पास से पुलिस ने हथियार जब्त किया है। उसकी इस रिपोर्ट पर पुलिस ने धारा 341,294, 506 , 323, 25 आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज किया है।