भिलाई [न्यूज़ टी 20] बस्तर में नक्सलियों ने 23 मार्च से साम्राज्यवाद विरोध सप्ताह शुरू करते हुए पहले दिन ही उत्तर बस्तर में जमकर उत्पात मचाया है। नारायणपुर में ओरछा ब्लॉक को जोड़ने वाली पक्की सड़क जगह-जगह से काट दी गई और चेतावनी वाले बैनर लगा दिए। सड़क खोदने के कारण बुधवार को ओरछा से नारायणपुर तक जाने वाली सभी यात्री बसों को ओरछा में ही खड़ी रखा गया है।

यही नहीं, आने-जाने में दिक्कत के कारण ओरछा से नारायणपुर तक के साप्ताहिक बाजार भी प्रभावित हुए हैं। नक्सलियों ने कांकेर जिले के आमाबेड़ा इलाके में अलग-अलग जगह सड़क निर्माण में लगे 7 वाहनों में आग लगा दी। साथ ही इलाके में अलग-अलग 36 बैनर लगाए हैं जिनमें ग्रामीणों को चेतावनी दी गई है कि बैनर नहीं उतारें। ठेकेदार को काम बंद करने भी चेतावनी दी गई है।

सड़क कटने से ओरछा में खड़ी हैं गाड़ियां

हत्या में आपसी रंजिश का अंदेशा

दो दिन पहले आमाबेड़ा के गुमझीर मुर्गा बाजार में नगर सैनिक की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हत्यारों ने लाल सलाम जिंदाबाद के नारे भी लगाए थे। भास्कर ने पहले ही इस घटना में हत्या के कारण को लेकर सवाल उठाए थे कि आखिर नक्सलियों ने क्यों हत्या की? क्योंकि न तो सैनिक के पास हथियार था और न ही वह नक्सलियों के निशाने पर था।

शक के कारण कर दी हत्या

नक्सलियों ने 20 मार्च को कोयलीबेड़ा के मरकानार में एक अज्ञात ग्रामीण की हत्या कर लाश सड़क पर फेंक दी थी। उसके ऊपर रखे पर्चे में नक्सलियों ने उसे पुलिस का मुखबिर बताया था। पुलिस ने मृतक की पहचान हेमंत भंडारी निवासी बांधापारा सोनपुर के रूप में की है। वह पिछले 14 सालों से अपने ससुराल में रह रहा था।

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