भिलाई [न्यूज़ टी 20] ISIS Suspected Terrorist Sabauddin Azmi: उत्तर प्रदेश एटीएस ने बीते मंगलवार आजमगढ़ से ISI संदिग्ध आतंकवादी सबाउद्दीन आजमी को गिरफ्त में लिया था. बताया जा रहा था कि सबाउद्दीन के इरादे बेहद खतरनाक थे. वह ओवैसी की पार्टी AIMIM से जुड़कर आतंकी संगठन तैयार करने में लगा था.
इसके लिए उसका प्लान था कि युवाओं का ब्रेनवॉश करेगा और उन्हें आतंकी हरकतों में शामिल करने की कोशिश कर रहा था. इतना ही नहीं, एटीएस के मुताबिक, सबाउद्दीन 15 अगस्त को देश में धमाकों के लिए आईइडी बनाने जा रहा था.
पार्टी प्रचार के नाम पर खतरनाक इरादों को अंजाम देने जा रहा था
बता दें, जानकारी मिल रही है कि हाल ही में होने वाल नगर पालिका के चुनाव में सबाउद्दीन सभासद पद के लिए लड़ने वाला था. सूत्रों की मानें तो आतंकी संदिग्ध सबाउद्दीन अपनी पार्टी का प्रचार करने के नाम पर युवाओं को गुमराह कर रहा था और अपने मिशन से जोड़ने के प्रयास में था. जबसे लोगों को इसके खतरनाक इरादों के बारे में पता चला है, तबसे सब दहशत में हैं.
और भी संदिग्ध आतंकी हो सकते हैं आजमगढ़ में मौजूद
एटीएस का मानना है कि आतंकी संदिग्ध के और भी साथी आजमगढ़ में मौजूद हो सकते हैं. मालूम हो, आजमगढ़ और आतंकवाद का नाता पुराना है. साल 1993 का बम ब्लास्ट हो या देश की कई जगहों पर,
आतंकी वारदातें… आजमगढ़ का नाम कई बार सामने आ चुका है. बता दें, बाटला एनकाउंटर के दौरान भी आजमगढ़ के दो आतंकियों को मार गिराया गया था. बताया जा रहा है कि अभी भी जिले के 6-7 आतंकी फरार चल रहे हैं.
मुजाहिदों पर हो रही कार्रवाई से नाराज था सबाउद्दीन
गौरतलब है कि एटीएस ने मुबारकपुर इलाके के अमिलो वॉर्ड संख्या-9 से ISIS संदिग्ध आतंकी सबाउद्दीन आजमी को पकड़ा था. उसके पास आईइडी बनाने का सामान भी मिला था.
बताया जा रहा है कि सबाउद्दीन कश्मीर में मुजाहिदों के साथ हो रही कार्रवाई से नाराज हो रहा था. इसलिए वह देश से बदला लेना चाहता था. उसने 15 अगस्त को देश में ब्लास्ट का प्लान किया था.
एक और ISIS बनाना चाहता था सबाउद्दीन!
सूत्रों से पता चला है कि सबाउद्दीन AIMIM से इसलिए जुड़ना चाहता था, ताकि दल में काम करते हुए भारत में भी ISIS जैसा एक बड़ा आतंकी संगठन तैयार कर सके. वह नगर पालिका सभासद का चुनाव भी लड़ने जा रहा था,
ताकि पहुंच बढ़ा सके. बताया जा रहा है कि उसके ISIS रिक्रूटर से सीधे संपर्क थे. उसके कॉन्टैक्ट सीधे आतंकी बिलाल, मूसा और खत्ताब से थे. आईएसआईएस के अबू बकर अल-सामी से भी उसकी सीधी बात होती थी.
RSS सदस्यों को बनाया था टारगेट
जानकारी के मुताबिक, सबाउद्दीन आरएसएस के सदस्यों को चिन्हित कर रहा था. इसके लिए आरएसएस के नाम से मेल आईडी और उससे फेसबुक एकाउंट भी बनाया हुआ था. उसका प्लान था कि वह खुद को आरएसएस कार्यकर्ता बताएगा और उनके बीच में जाकर उन्हें टारगेट करेगा.