भिलाई [न्यूज़ टी 20] देश में सबसे ज्यादा महिला अपराध और दुष्कर्म के मामले मध्यप्रदेश में होते हैं। ये सिलसिला बीते कुछ सालों से जारी है। मप्र पुलिस की महिला सुरक्षा शाखा के ताजा अध्ययन के मुताबिक साल 2019, 2020, 2021 में मप्र में दर्ज महिला अपराधों में जितने भी दुष्कर्म के मामले हैं उनमें 85% केस लिव-इन में रह चुकी युवतियों ने अपने पार्टनर के खिलाफ दर्ज कराए हैं।
इनमें शादी का झांसा देकर शारीरिक शोषण का शिकार हुईं युवतियां भी शामिल हैं। बड़ी बात ये है कि दुष्कर्म का केस कराने वाले 13% युवतियां ऐसी मिलीं, जिनके साथ उनके निकटतम या करीबी रिश्तेदार ने शारीरिक शोषण किया था। सिर्फ 2% मामलों में ही अपरिचित पर केस दर्ज कराया गया। दुष्कर्म के ज्यादातर मामलों में पीड़िता की उम्र 18 वर्ष से अधिक रही है।
शादी से इनकार किया तो ज्यादातर युवतियों ने पार्टनर के खिलाफ दर्ज करा दी एफआईआर
स्टडी रिपोर्ट के मुताबिक इन 85% युवतियों ने अपने लिव-इन पार्टनर के खिलाफ दुष्कर्म का केस इसलिए दर्ज कराया, क्योंकि उसने शादी करने से इनकार कर दिया था। पार्टनर दूसरी लड़की से शादी करना चाहता था।
या फिर पहले से शादीशुदा था। 2022 के शुरुआती तीन महीने का ग्राफ देखें तो इस दौरान महिला अपराधों में प्रदेश में 14.6% तो भोपाल में 26% कमी आई है। भोपाल में पिछले साल 146 एफआईआर हुई थीं, जो इस साल 31 मार्च तक घटकर 108 पर आ गईं।
2021 में सबसे ज्यादा रेप केस दर्ज- मप्र पुलिस की वेबसाइट पर दिए गए दुष्कर्म के महीनेवार आंकड़ों को जोड़ें तो साल 2019 में दुष्कर्म के 4653, 2020 में 4552 और 2021 में 5271 केस दर्ज हुए। इन्हीं में 85% केस लिव-इन के हैं।