भिलाई [न्यूज़ टी 20] रूस-यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध से दुनिया को 54,300 करोड़ डॉलर से लेकर 60 हजार करोड़ डॉलर का आर्थिक नुकसान हुआ है। यूक्रेन के कीव स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स (केएसई) ने ये दावा किया है।
वहीं 24 फरवरी से शुरू हुए युद्ध से 24 मार्च तक यूक्रेन की अर्थव्यवस्था को 6300 करोड़ डॉलर की क्षति हुई है। जंग के बीच यूक्रेन की मदद में भी वैश्विक अर्थव्यवस्था को प्रत्यक्ष और प्रत्यक्ष रूप से हजारों करोड़ों का नुकसान हुआ है।
रूस दावा करता रहा कि वो यूक्रेन के सैन्य ठिकानों को अपना निशाना बना रहा है। वहीं रिपोर्ट की मानें तो रूस की सेना ने यूक्रेन में सड़क से लेकर छोटे बच्चों तक के स्कूल को भी नहीं बख्शा है।
रूस ने दो बंदरगाह, 44 धार्मिक भवन, 11 शॉपिंग मॉल और सात थर्मल और हाईड्रो इलेक्ट्रिक पॉवर प्लांट को तबाह कर हजारों करोड़ का नुकसान पहुंचाया है।
रूसी कार्रवाई में यूक्रेन ने क्या- क्या गंवाया
संपत्ति संख्या राशि की क्षति
सड़क 8265 KM 27,546
घर 4431 13,542
फैक्ट्रियां 92 2921
स्वास्थ्य संस्थाएं 138 2466
शैक्षणिक संस्थान 533 734
प्रशासनिक भवन 35 574
सैन्य एयरफिल्ड 10 390
नोट: (राशि लाख डॉलर में)
ध्वस्त अर्थव्यवस्था का लोगों पर असर
दो लाख से अधिक वाहन मलबे में तब्दील हो चुके हैं। 9.18 लाख से अधिक लोग अंधेरे में रहने को मजबूर हैं। 60 लाख लोगों के पास पीने का पानी उपलब्ध नहीं है। 7.70 लाख लोग खाने के लिए दाने-दाने को मोहताज हैं।
युद्ध का वैश्विक विकास दर पर असर
3.6 फीसदी के साथ वैश्विक विकास दर का अनुमान लगाया था संयुक्त राष्ट्र ने पिछले साल सितंबर में। 2.6 फीसदी की दर से बढ़ेगी अर्थव्यवस्था, अनुमान की तुलना में एक फीसदी तक की गिरावट युद्ध के कारण। एक ट्रिलियन डॉलर का कर्ज, तेजी से बढ़ती महंगाई के बीच विकसित देशों को अदा करना मुश्किल होगा।
मदद पर निर्भर यूक्रेन
140 करोड़ डॉलर की मदद यूक्रेन अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) से मांग चुका है। 92.5 करोड़ डॉलर की मदद का ऐलान विश्व बैंक यूक्रेन के लिए अबतक कर चुका है। 35 करोड़ डॉलर की रकम युद्धग्रस्त यूक्रेन को विश्व बैंक मुहैया करा चुका है। 110 करोड़ का फंड जुटा रहा है संयुक्त राष्ट्र। अब तक 21.9 करोड़ डॉलर जुटाए हैं।