भिलाई नगर [न्यूज़ टी] । बीमा पॉलिसी में निवेश के नाम पर अत्यधिक मैच्योरिटी रकम मिलने का झांसा देकर ठगी का शिकार बनाने वाले पति पत्नी को दुर्ग पुलिस के द्वारा देश की राजधानी दिल्ली से पकड़ा गया है। पिछले 08 वर्षों से प्रार्थी को निवेश करने व टावर लगाने के नाम पर एक करोड़ 22 लाख रुपए जमा करवा कर ठगी की घटना को दे अंजाम दिया गया।
आरोपियों के कब्जे से घटना में प्रयुक्त विभिन्न बैंकों के बैंक पास बुक व मोबाईल फोन तथा सीम कार्ड बरामद। उत्तम नगर दिल्ली से आरोपी पति-पत्नि को गिरफ्तार किया गया।
एन्टी क्राईम एवं सायबर यूनिट दुर्ग व थाना भिलाई नगर पुलिस के द्वारा संयुक्त कार्यवाही की गई। पुलिस अधीक्षक दुर्ग डॉ अभिषेक पल्लव ने पत्रकार वार्ता में बताया कि प्रार्थी दुलार सिंह पिता बिसोराम उम्र 55 वर्ष निवासी ए-85 अनुष्ठा रेसिडेंसी
जुनवानी भिलाई के द्वारा रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी कि बीमा पॉलिसी के नाम, गांव के जमीन में मोबाईल टावर लगाने हेतु टावर इस्टालेशन करने, 02 वर्षो के लिये निवेश प्लान, 01 वर्षीय निवेश प्लान सभी निवेशो की मेच्योरिटी एमांउट वापसी के लिये
डॉक्युमेंट के रिवेरिफिकेशन के नाम पर कथित मनीषा शर्मा के द्वारा रिजर्व बैंक का अधिकारी बताते हुए विभिन्न इन्वेस्टमेंट प्लान की जानकारी देकर विभिन्न मोबाईल नंबरों के माध्यम से बात-चीत कर जनवरी 2014 से मई 2021 तक
अपने अलग-अलग बैंक खातों में रकम जमा करवा कर लगभग 01 करोड़ 22 लाख रूपये की धोखाधड़ी की है। रिपोर्ट पर थाना भिलाई नगर में अपराध क्रमांक 117/2022 धारा 420,34 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
टीम द्वारा प्रार्थी से विस्तृत पूछताछ के उपरांत आरोपिया मनीषा के बताये गये विभिन्न बैंक खातों में अलग-अलग समय पर रकम जमा करने की जानकारी प्राप्त हुई साथ ही आरोपिया के द्वारा बातचीत करने के लिये इस्तेमाल किये गये विभिन्न मोबाईल नंबरों के बारे में भी पता चला ।
जिसके आधार पर धोखाधड़ी से संबंधित सभी बैंक खातों के स्टेटमेंट व जरूरी आवश्यक दस्तावेज संबंधित बैंकों से प्राप्त किये गये। आरोपियों के मोबाईल नंबरों का विस्तृत विश्लेषण करने पर आरोपियों की उपस्थिति दिल्ली में होना और संबंधित बैंक खाते भी दिल्ली के पते पर ही होना पता चला।
इस प्रकार सभी बैंक खातों व मोबाईल नंबरों के विश्लेषण के परिणाम स्वरूप आरोपियों की उपस्थिति दिल्ली में होना सुनिश्चित हो जाने पर टीम को आरोपियों की पतासाजी कर गिरफ्तारी हेतु दिल्ली रवाना किया गया।
टीम द्वारा बैंक खातों के खाता धारकों के दिये गये पतों पर जाकर गोपनीय रूप से नाम पता की जानकारी प्राप्त की गई, मोबाईल नंबरों के आधार पर आरोपियों के निवास स्थान व उपस्थिति सुनिश्चित कर घेराबंदी कर आरोपिया मनीषा व उसके पति संदीप चौटाला को उत्तम नगर दिल्ली में पकड़ा गया।
प्रारंभिक पूछताछ पर गुमराह करते रहे लेकिन तकनिकी प्रमाणों के आधार पर पूछताछ करने पर अपना अपराध स्वीकार करते हुये बताये कि वर्ष 2012 में सी.एस. इनोवेशन इंश्योरेंस ब्रोकर कंपनी में काम करना जहाँ विभिन्न लाईफ इंश्योरेंस कंपनियों का इंश्योरेंस प्लान किया जाना,
उसी दौरान 2013 में भिलाई निवासी दुलार सिंह से मोबाईल के माध्यम से संपर्क हुआ था। जिसके बाद विभिन्न कंपनियों का इंश्योरेंस दुलार सिंह के नाम पर किया जाना और कंपनी वर्ष 2016 में बंद हो जाना इसके बाद भी लगातार मई 2021 तक पहले सिंगल बीमा प्रिमियम,
02 वर्षीय निवेश प्लान, मोबाईल टावर लगाने के नाम पर, 01 वर्षीय निवेश प्लान व सभी निवेशो की मेच्योरिटी एमांउट की वापसी के लिये डॉक्युमेंट के रिवेरिफिकेशन के नाम पर अपने विभिन्न खातों में प्रार्थी से अलग-अलग समय पर रकम जमा करवा कर
पति संदीप चौटाला के साथ मिलकर धोखाधड़ी की घटना को अंजाम देना स्वीकार किया। आरोपिया के पास से घटना में प्रयुक्त मोबाईल फोन, मोबाईल सीम कार्ड, बैंक पास बुक व एटीएम कार्ड बरामद किये गये।
आरोपियों को विधिवत् गिरफ्तार कर दिल्ली न्यायालय • ट्रांजिट रिमाण्ड हासिल कर लाया गया है। अग्रिम कार्यवाही थाना भिलाई नगर से की जा रही है।
उक्त कार्यवाही में थाना भिलाई नगर से उप निरीक्षक राजीव तिवारी, महिला आरक्षक विजय लक्ष्मी एसीसीयू से सउनि शमित मिश्रा, प्र. आर. चंद्रशेखर बंजीर, जावेद हुसैन, आरती सिंह, अनुप शर्मा, पंकज चतुर्वेदी, विक्रान्त कुमार, विजय शुक्ला की उल्लेखनीय भूमिका रही।
आरोपी मनीषा पति संदीप चौटाला उम्र 29 वर्ष पता मकान नंबर 19 /ए महारानी एंक्लेव उत्तम नगर वेस्ट दिल्ली , संदीप चौटाला पिता सुंदर चौटाला उम्र 29 वर्ष पता मकान नंबर 19/ए महारानी एंक्लेव उत्तम नगर नई दिल्ली वेस्ट।