भिलाई [न्यूज़ टी 20 ] नई दिल्ली : फैक्ट-चेकिंग वेबसाइट AltNews के को-फाउंडर पत्रकार मोहम्मद जुबैर को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने सोमवार को अरेस्ट कर लिया। पत्रकार जुबैर पर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप है। पुलिस ने उन्हें IPC की धारा 153/295 के तहत अरेस्ट किया है।
विदित हो कि भाजपा की निलंबित प्रवक्ता नूपुर शर्मा और निष्कासित नेता नवीन कुमार जिंदल द्वारा पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ कथित विवादास्पद टिप्पणी को लेकर देशभर में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए थे, इसके साथ ही कुछ जगहों पर हिंसा भड़क गई थी। कथित तौर पर इन प्रदर्शनों को भी ऑल्ट न्यूज के सह-संस्थापक मोहम्मद जुबैर ने हवा दी थी।
गिरफ्तारी के बाद दिल्ली पुलिस ने जुबैर को ड्यूटी मजिस्ट्रेट कोर्ट के सामने पेश किया और 4 दिन की कस्टडी की मांग की थी। पुलिस की मांग पर कोर्ट ने जुबैर को 1 दिन की पुलिस कस्टडी में भेज दिया है।
वहीँ दिल्ली पुलिस की ओर से कहा गया कि जुबैर की तरफ से सोशल मीडिया में एक विशेष धर्म समुदाय के खिलाफ जान बूझकर फोटो पोस्ट की गई थी, जिससे लोगों के बीच अशांति फैल रही थी। लोगों के बीच नफरत फैलाने के लिए जुबैर के खिलाफ पर्याप्त सबूत हैं। इसी के आधार पर उन्हें अरेस्ट किया गया है।
वहीँ AltNews के को-फाउंडर प्रतीक सिन्हा ने पुलिस की कार्रवाई पर सवाल खड़े किए हैं। सिन्हा का कहना है कि दिल्ली पुलिस ने अन्य मामले में पूछताछ के लिए बुलाया था, लेकिन गिरफ्तारी दूसरे मामले में हुई है। उन्होंने कहा कि जुबैर को दूसरे मामले के लिए किसी तरह की नोटिस भी नहीं दी गई।
बार-बार अनुरोध के बावजूद हमें FIR की कॉपी भी नहीं दी जा रही है। प्रतीक ने दावा किया है कि मेडिकल जांच के बाद जुबैर को किसी अज्ञात स्थान पर ले जाया जा रहा है। पुलिस वालों ने अपने नाम का टैग भी नहीं लगाया है। जुबैर के वकीलों को इसकी जानकारी नहीं दी जा रही है। प्रतीक के मुताबिक, पुलिस वैन में वे भी हैं।
राहुल गांधी ने की गिरफ्तारी की निंदा
वहीँ कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने जुबैर की गिरफ्तारी की निंदा की है। उन्होंने ट्वीट में कहा कि BJP की नफरत, कट्टरता और झूठ को जो भी उजागर करता है, ऐसा हर शख्स उनके लिए खतरा हो जाता है। उन्होंने कहा कि अत्याचार पर हमेशा सत्य की विजय होती है। सच की आवाज उठाने वाले एक शख्स को गिरफ्तार करने पर हजार और सामने आएंगे।
ओवैसी भी जुबैर के समर्थन मे आगे आए
AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि मोहम्मद जुबैर की गिरफ्तारी अत्यंत निंदनीय है। उन्हें बिना किसी नोटिस के किसी अज्ञात FIR में गिरफ्तार किया गया है। यह कानून का उल्लंघन है। उन्होंने आगे कहा कि नफरती नारे लगाने वालों के खिलाफ दिल्ली पुलिस कोई कदम नहीं उठाती है, लेकिन सच्चाई को सामने लाने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई करती है।