भिलाई [न्यूज़ टी 20] केरल सरकार में बुधवार को तब गहमा-गहमी मच गई, जब राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने ट्वीट कर मल्लपुरम में एक मौलवी की निंदा की. वजह- मौलवी ने उस कार्यक्रम के आयोजकों को डांट दिया था,

जिसमें पुरस्कार लेने के लिए लड़की को मंच पर बुलाया गया था. ये बात मल्लपुरम में बनी नई मदरसा इमारत के उद्घाटन के दौरान की है, जहां छात्रों का सम्मान किया जा रहा था.

जब पुरस्कार दिए जा रहे थे तब मुस्लिम विद्वान एम टी अब्दुल्ला मुस्लियार ने आयोजकों से सवाल किया कि लड़की को क्यों मंच पर बुलाया गया. केरल के बाल अधिकार सुरक्षा आयोग ने मसले का स्वत: संज्ञान लिया,

वहीं केरल महिला आयोग ने कहा है कि शिकायत मिलने पर उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी, जिन्होंने लड़की को प्रताड़ित करने का प्रयास किया. मंत्री आर बिंदु और वीणा जॉर्ज ने भी मामले की निंदा की है. 

बाल अधिकार पैनल ने धार्मिक संगठन समस्थ के सचिव से जवाब मांगा है और मल्लपुरम पुलिस और जिला बाल सुरक्षा अधिकारी से रिपोर्ट मांगी है. वहीं महिला आयोग की अध्यक्ष पी. सतिदेवी ने कहा है कि पीड़ित या उसका कोई करीबी शिकायत के लिए उनसे संपर्क कर सकता है.

दरअसल गुरुवार को राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने कहा कि वह इस मुद्दे पर राजनीतिक चुप्पी से दुखी और निराश हैं. उन्होंने कहा कि सार्वजनिक जगह पर लड़की का अपमान करने जैसे अपराध का तो राज्य के संस्थानों को खुद संज्ञान लेना चाहिए.

उन्होंने ये भी कहा कि ये मूलभूत अधिकारों का हनन है. एक आम नागरिक होते हुए ये बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए क्योंकि ये भारत के लोकतंत्र के लिए अच्छा संकेत नहीं है.

मुंबई जाने से पहले एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बात करते हुए राज्यपाल ने हिजाब विवाद पर भी कहा कि किसी लड़की द्वारा सिर ढके जाने पर इतना सख़्त रवैया क्यों अपनाया गया? उनका असल मकसद हिजाब नहीं है,

दुनिया भर में इस्लाम के प्रति डर का माहौल बनाना है. वहीं केरल की मंत्री आर बिंदु ने कहा कि एक पढ़ने लिखने वाली लड़की सम्मान चाहती थी, कार्यक्रम में मौजूद लोगों को उसका स्वागत करना चाहिए था. हालांकि उन्होंने मौलवी पर निजी तौर पर निशाना नहीं साधा.

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