भिलाई [न्यूज़ टी 20] कोलकाता हाई कोर्ट ने पश्चिम बंगाल के नादिया में 14 साल की लड़की की मौत की जांच सीबीआई को सौंपने का आदेश दिया है। कोर्ट ने पुलिस से कहा है कि वो सीबीआई को केस से जुड़ी सारी जानकारी दे दे।
कोर्ट ने कहा कि पीड़ित परिवार और आसपास के लोगों को मामले में सही जांच का भरोसा दिलाने के लिए मामला सीबीआई को सौंपा जा रहा है। इसके साथ ही कोर्ट ने राज्य सरकार को पीड़ित परिवार और केस से जुड़े गवाहों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आदेश दिया है।
इसी तरह बीरभूम हिंसा मामले में भी ममता सरकार को झटका देते हुए हाई कोर्ट ने जांच सीबीआई को सौंप दी थी।
फिनाइल और ब्लीच से मुंह धोएं ममता
गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल के नादिया में 5 अप्रैल को 14 साल की लड़की की मौत ने राजनीतिक रंग ले लिया है। पिछले दिनों सीएम ममता बनर्जी ने विवादित बयान देते हुए कहा था कि लड़की का रेप हुआ है या फिर वो अफेयर के बाद प्रेगनेंट हो गई थी?
ममता बनर्जी के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए पश्चिम बंगाल में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने ममता बनर्जी के बयान को लेकर कहा था कि उन्हें फिनाइल और ब्लीचिंग पाउडर से अपना मुंह धोना चाहिए।
महुआ मोइत्रा की राय पार्टी से अलग
इससे पहले टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने 14 साल की लड़की के साथ बलात्कार मामले पर पार्टी लाइन से अलग जाकर इस घटना की निंदा की थी। उन्होंने कहा था-अगर वो लड़का बालिग है और
उसने नाबालिग लड़की के साथ शारीरिक संबंध बनाया तो भी कानून के हिसाब से वो दोषी है। उन्होंने कहा कि इस मामले में पूरी तरह से कानून का पालन किया जाएगा। टीएमसी नेता के बेटे पर लड़की के साथ रेप का आरोप है।
टीएमसी नेता के बेटे पर रेप का आरोप
मृतक लड़की की मां के मुताबिक 4 अप्रैल को उनकी बेटी टीएमसी नेता के बेटे समर गोआला के बेटे के बुलावे पर उसकी बर्थडे पार्टी में गई थी। शाम करीब 7:30 बजे दो आदमी और एक औरत उनकी बेटी को घर छोड़ने आए।
मृतक की मां के मुताबिक उनकी बेटी के प्राइवेट पार्ट से खून निकल रहा था और सुबह होने तक उसकी तबियत बिगड़ गई। वो लोग डॉक्टर को ढूढ़ने निकले और जब वापस लौटे तो उनकी बेटी मर चुकी थी।
मृतक की मां के मुताबिक उनकी बेटी को छोड़ने आए लोगों ने धमकी दी थी कि पुलिस में इस मामले की शिकायत की तो उनके घर में आग लगा देंगे।