भिलाई [न्यूज़ टी 20] नई दिल्ली. अंडमान सागर में असनी चक्रवात का जो साय मंडरा रहा था, अब तक उसमें कोई खतरनाक प्रभाव देखने को नहीं मिला है लेकिन अंडमान प्रशासन चौकन्ना है और स्थिति पर निगरानी बनाए हुए है.
मछुआरों को समुद्र में जाने से मना कर दिया गया है. इधर भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक उत्तरी अंडमान सागर और उससे सटे दक्षिण बंगाल की खाड़ी में गहरे दबाव के क्षेत्र में परिवर्तित हो चुका है.
इसके साथ ही अंडमान द्वीप समूह के आसपास के समुद्री क्षेत्रों में पूर्व चक्रवाती निगरानी आरंभ हो चुकी है. उत्तरी अंडमान और उससे सटे बंगाल की खाड़ी में बना गहरे दबाव का क्षेत्र आगे की ओर बढ़ गया.
दूसरी ओर देश के किसी भी हिस्से में अगले 24 घंटे तक कोई महत्वपूर्ण हीटवेव की स्थिति बनती हुई नहीं दिख रही है. मौसम विभाग ने कहा है कि अगले दो दिनों तक देश के किसी भी हिस्से में तापमान में वृद्धि की आशंका नहीं है.
इसके बजाय उत्तर पश्चिमी भारत में तापमान में 2 डिग्री तक कमी आने की संभावना है.
पहाड़ों पर बारिश और बर्फबारी
मौसम विभाग के मुताबिक पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव के कारण जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद और हिमाचल प्रदेश में बारिश और बर्फबारी की संभावना है जबकि कहीं-कहीं ओलावृष्टि भी हो सकती है.
कुछ जगहों पर बिजली गिरने का अनुमान भी व्यक्त किया गया है. यह स्थिति 24 मार्च तक बताई गई है. यानी अभी भी कश्मीर और हिमालय की वादियों में बर्फबारी जारी है जिसका सैलानी आनंद उठा सकते हैं.
वहीं केरल, माहे, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, रायलसीमा, तटीय आंध्र प्रदेश और कर्नाटक में अगले 5 दिनों तक हल्की बारिश की संभावना व्यक्त की गई है.
गर्मी से मिलेगी राहत
मौसम विभाग ने कहा है कि अगले दो दिनों तक पश्चिमी हिमालयी क्षेत्रों के तापमान में 2 से 3 डिग्री तक गिरावट आने की संभावना है. इसके बाद कुछ दिनों तक तापमान में परिवर्तन नहीं होने का पूर्वानुमान है.
देश के बाकी हिस्सों में अगले पांच दिनों तक तापमान में परिवर्तन होने की संभावना नहीं है. हालांकि पश्चिमी राजस्थान और और पश्चिमी मध्य प्रदेश के कुछ इलाकों में हल्की हीटवेव की आशंका व्यक्त की गई है.
बाकी किसी भी हिस्से में लू की आशंका नहीं है. मौसम विभाग ने कहा है कि अगले पांच दिनों तक इन दोनों क्षेत्रों को छोड़कर कहीं भी हीटवेव की आशंका नहीं है.