जशपुर। जशपुर जिले की दुलदुला थाना पुलिस ने 8 लोगों से मकान बनाने के नाम पर 14 लाख रुपए लेकर फरार होने वाले भवन ठेकेदार कुदुस अली को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने 6 मार्च को मामले पर रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरु कर दी थी। आरोपी ठेकेदार कुदुस अली को राजनांदगांव के पास महाराष्ट्र बार्डर पर पक़ड़ा गया।
दुलदुला थाने से मिली जानकारी अनुसार प्रार्थी विशाल गुप्ता निवासी दुलदुला ने 6 मार्च को थाना दुलदुला में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि करीब 2 साल पहले बंगाली ठेकेदार कुदूस अली अपने 20-25 लेबर के साथ दुलदुला आया था। जहां किराए का मकान लेकर रहने लगा। लोग उसे रोजगार के लिए गांव में काम देने लगे। मकान निर्माण करते वह ठेकेदार बन गया।
इसी दौरान प्रार्थी विशाल गुप्ता को मकान बनाना था। उन्होंने ठेकेदार कुदूस अली को मकान निर्माण कराने के नाम से 1,96,000 रुपए दे दिए। वहीं गांव के अन्य 7 लोगों से भी भवन बनाने के लिए कुल 14,00,000 रुपए ले लिए। पर काम शुरू करने की बचाया वे ठगी कर रकम मिलने के बाद आरोपी ठेकेदार कुदूस अली अपने लेबर सहित फरार हो गया।
प्रार्थी के अनुसार गांव के लोगों से रकम लेने के बाद आरोपी ठेकेदार ने मकान निर्माण का काम शुरू नहीं किया। उसके बाद वे अचानक फरार हो गए। आरोपी के विरूद्ध थाना दुलदुला में धारा 420 भा.द.वि. का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
प्रकरण की विवेचना एवं पतासाजी के दौरान आरोपी अपना मोबाइल नंबर बंद कर दिया। साइबर सेल के सहयोग से उसका लोकेशन राजनांदगांव के मुंबई-कोलकाता नेशनल हाईवे स्थित महाराष्ट्र बार्डर पर मिला। जशपुर से राजनांदगांव की दूरी बहुत ज्यादा होने तथा आरोपी के भाग जाने की संभावना को देखते हुए पुलिस अधीक्षक जशपुर ने राजनांदगांव पुलिस से संपर्क कर घटनाक्रम से अवगत कराया। आरोपी की फोटो भेजा गया।
जशपुर पुलिस की सूचना पर राजनांदगांव पुलिस ने तत्परता दिखाई। कार्रवाई करते हुए आरोपी को कोहका के पास घेराबंदी कर हिरासत में लिया गया। आरोपी की गिरफ्तारी की सूचना पर जशपुर पुलिस ने आरोपी को थाना दुलदुला लाया गया। पूछताछ में आरोपी ने ठगी का अपराध करना स्वीकार किया।
पूछताछ में आरोपी कुदूस अली ने ठगी की रकम को अपने अनेक कामों में खर्च करना बताया। प्रकरण के आरोपी कुदूस अली (38 वर्ष) निवासी मिर्ज़ापुर (पश्चिम बंगाल) को न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेजा गया।
प्रकरण की विवेचना कार्रवाई में निरीक्षक संतलाल आयाम, सउनि जीवनाथ गिरी, साइबर सेल जशपुर प्रभारी उपनिरीक्षक नसीरुद्दीन अंसारी तथा राजनादगांव जिला के थाना तुमडीबोड़ प्रभारी उपनिरीक्षक रितेश मिश्रा एवं अन्य स्टॉफ का योगदान रहा।