भिलाई। पुरानी भिलाई थाना अंतर्गत इंडस्ट्रियल एरिया में बीती रात्रि हथियार लेकर आये गुंडों ने जमकर दबंगई दिखाते हुए खड़े ट्रकों के शीशे तोड़ते हुए ड्राइवरों से रुपए लूट लिये। उन्होंने एनएसपीसीएल मार्ग में खड़े सात कैप्सूल वाहनों के ड्राइवरों को न सिर्फ मारा पीटा बल्कि वाहनों के शीशे तोड़े और उनके साथ लूटपाट की।
उपद्रवी इतने निडर थे कि वह तीन बार घटना स्थल पर पहुंचे और मारपीट कर तोडफ़ोड़ की। इसके बाद कैप्सूल वाहन के चालकों ने पुरानी भिलाई थाने में मामले की शिकायत की। वहीं पुलिस का कहना है कि वह मामले की जांच कर रही है, जांच के बाद ही एफआईआर दर्ज की जाएगी।
पीडि़त रामाराव कलेश यादव ने बताया कि बुधवार व गुरुवार रात उन्होंने डर के साय में गुजारी। उसने बताया कि उसके सहित सात कैप्सूल वाहन एनएसपीसीएल मार्ग में खड़े थे।
बुधवार रात 8.30 बजे के करीब एक काले रंग की एसयूवी वाहन में भरकर गुंडे पहुंचे थे। उनके हाथ में डंडा और तलवारें थी। उन लोगों ने गाली गलौज करते हुए वाहनों में तोडफ़ोड़ की।
उन्होंने गाडिय़ों की लाइट और शीशे तोड़ दिए। इसके बाद वह लोग वहां से चले गए। इस घटना से ड्राइवर काफी डरे हुए थे। इसके बाद रात 12.30 बजे फिर से उसी एसयूवी वाहन में गुंडे आए और फिर से डंडे और तलवार लेकर ड्राइवरों के साथ मारपीट की और गाडिय़ों में तोडफ़ोड़ की।
इस बार उन्होंने ट्रकों की तलाशी ली और एक ड्राइवर से 12 हजार और एक से 3200 रुपए लूट लिए। इस घटना से ड्राइवर काफी डर गए थे और वह लोग थाने जाने के लिए सुबह का इंतजार करने लगे। इसी दौरान डेढ़ बजे तीसरी बार दो काले रंग की एसयूवी गाडिय़ां पहुंची। इस बार लगभग एक दर्जन गुंडे थे। सभी ने अपना मुंह गमझे से बांधा हुआ था।
इस बार एक गुंडे के हाथ में पिस्टल थी। उसने एक ड्राइवर के कनपटी में पिस्टल तानी तो सभी ड्राइवर वहां से भाग गए। इसके बाद गुंडों ने लगभग 2-3 कैप्सूल वाहनों के टायर को फाड़ दिया। लगभग एक घंटे तक गाली गलौज तोडफ़ोड़ करने के बाद सभी वहां से चले।
पुलिया के नीचे जान बचाकर छिपे थे चालक
तीसरी बार घटना होने के दौरान चालक व परिचालक इतने डर गए थे वह लोग घटना स्थल से भाग खड़े हुए। इसके बाद वह कुछ दूर जाकर एक पुलिया के नीचे जा छिपे। वहां से वह अपनी गाडिय़ों में तोडफ़ोड़ होता देख रहे थे।
जब दोनों एसयूवी वहां से चली गईं तो वह लोग वहां से अपनी गाडिय़ों के पास पहुंचे। इसके बाद सभी ड्राइवर मिलकर पुरानी भिलाई थाना पहुंचे। वहां उन्होंने पुलिस को लिखित शिकायत दी।