भिलाई [न्यूज़ टी 20] IMF ने 2022 में आर्थिक विकास के लिए अनुमान जताया है। इसमें भारत की विकास दर 8.2 फीसद रहने का अनुमान है। जबकि रूस की विकास दर निगेटिव में 8.5 फीसद रह सकती है।

वहीं चीन की विकास दर 4.4 फीसद रहने का अनुमान है। अमेरिका और ब्रिटेन की विकास दर भी कम रहने का अनुमान है।

ये रहेगी विकास दर

भारत: 8.2%

सऊदी: 7.6%

स्पेन: 4.8%

चीन: 4.4%

ऑस्ट्रेलिया: 4.2%

कनाडा: 3.9%

यूएस: 3.7%

यूके: 3.7%

नाइजीरिया: 3.4%

फ्रांस: 2.9%

तुर्की: 2.7%

जापान: 2.4%

इटली: 2.3%

जर्मनी: 2.1%

मेक्सिको: 2%

दक्षिण अफ्रीका: 1.9%

ब्राजील: 0.8%

रूस: -8.5%

भारत के लिए 2023 के विकास अनुमान में गिरावट आंशिक रूप से यूक्रेन में युद्ध के कारण है, जिससे ऊर्जा और भोजन की कीमतों में वृद्धि हुई है और विकास की गति भी धीमी हो गई है। चीन, जिसने 2021 में 8.1 प्रतिशत की वृद्धि दर दर्ज की थी,

के 2022 में 4.4 प्रतिशत और 2023 में 5.1 प्रतिशत की दर से बढ़ने का अनुमान है। भारत की वृद्धि अपने पड़ोसी देशों के अनुमानों से दोगुनी है। अमेरिका का अनुमान है कि 2022 में 3.7 प्रतिशत की वृद्धि होगी,

जबकि 2021 में 5.7 प्रतिशत की दर से वृद्धि होगी। आईएमएफ की रिपोर्ट के अनुसार, 2023 के लिए इसके अनुमान को घटाकर 2.3 प्रतिशत कर दिया गया है।

आईएमएफ ने 2022 और 2023 में वैश्विक विकास दर 3.6 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है, जो जनवरी के पूर्वानुमान की तुलना में क्रमशः 0.8 और 0.2 प्रतिशत कम है। आईएमएफ की रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है

कि रूसी आक्रमण, इसके बुनियादी ढांचे के विनाश और अन्य देशों में नागरिकों के बड़े पैमाने पर पलायन के कारण यूक्रेन की अर्थव्यवस्था 35 प्रतिशत तक गिर जाएगी। 

रिपोर्ट में रूस के सकल घरेलू उत्पाद में 8.5 प्रतिशत की गिरावट के पीछे व्यापार संबंधों को तोड़ने के साथ प्रतिबंधों का हवाला दिया गया है। डाउनग्रेड काफी हद तक रूस और यूक्रेन और वैश्विक स्‍तर पर युद्ध के प्रत्यक्ष प्रभावों को दर्शाता है।

Share on

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *